कैथल रोड पर पश्चिमी नदी तट के किनारे स्थित गुरुद्वारा भाई लालो जी में आज पूर्णमासी एवं सक्रांत हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर तीन दिवसीय अखंड पाठ जी का भोग डाला गया। आज सुबह से ही गुरुद्वारा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩा शुरु हो गई। गुरुद्वारा में पालिकी साहिब जी को बड़े ही सुंदर ढंग से सजाया गया था, जिसमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी विराजमान थे।
इस दौरान श्री गुरु ग्रंथ के समक्ष श्रद्धालुओं ने शीश नवाया और गुरु का आर्शीवाद प्राप्त किया। इस मौके पर रागी जत्था भाई महिन्द्र सिंह हमदरद जी एवं ढाडी जत्था भाई कर्म सिंह प्रवाना जी ने अपनी मधुर वाणी से गुरु की महिमा का गुणगान किया और साध-संगत को अपनी वाणी से निहाल किया। गुरुद्वारा के प्रधान दलेर सिंह जी ने आए हुए रागी-ढाडी प्रचारकों को सरोंपा भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर सभा के सदस्य स. इन्द्रजीत सिंह ने संगत को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुओं द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए।
इस मौके पर गुरु का अटूट लंगर भी चलाया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने बड़ी चाव के साथ प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर सैक्ट्री हरपाल सिंह, खजांची भूपिन्द्र सिंह, कथावाचक भाई जानपाल सिंह, कंवरजीत सिंह एवं सुखपाल सिंह प्रधान उपस्थित रहे।