December 23, 2024
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Live – देखें – Big News – करनाल नगर निगम का बड़ा फैंसला ,करनाल के मुख्य सातो द्वार के बदले नाम , शहर के लोग इस फैसले से कितने संतुष्ट – देखें Live – Share Video

महाभारत के वीर योध्याओ के नाम पर होगी सातो द्वारो की अब नई पहचान, इतिहास में एहम योगदान देते है सातो द्वारा, किसी जमाने में सातो द्वारा के अदंर बस्ता था राजा कर्ण का शहर, रात होते ही हो जाते सभी द्वारा बंद !

इतिहास से सम्बन्ध रखने वाले राजा कर्ण की नगरी करनाल के वो सात द्वारा जिसमे कभी एक जमाने में दानवीर राजा कर्ण का शहर बस्ता था आज उन द्वारा के नामो को बदलने की करनाल नगर निगम योजना बना ली है करनाल के पार्षद के साथ हाउस की हुई बैठक में यह प्रस्ताव रख गया की पुराने शहर के मुख्य सात द्वारो के नामो को बदल कर महाभारत के वीर योध्याओ के नाम पर रखा जाए ताकि आज की मोजुदा पीढ़ी को महाभारत के शूरवीरो के बारे में पता चल सके जिसके तहत निगम द्वारा इस फैंसले पर मंजूरी लगा दी गई जिसके बारे में करनाल मेयर रेनू बाला कहती है की सातो द्वारो में पुराना शहर बस्ता है और करनाल की पहचान महान दानवीर राजा कर्ण के नाम से है और लेकिन आज की हमारी पीढ़ी ज्यादातर महाभारत के योध्याओ के बारे में कुछ नही जानती है इन्हें इतिहास के बारे में जागरूक करने के लिए यह फैंसला लिया गया पहले ही सातो द्वारों के नाविनिकर्ण का काम किया गया ताकि इन द्वारा की पहचान बरकार रहे !

वर्तमान में जहा आज पुराना शहर बसा हुआ है वहीं पर महाराजा कर्ण का एक किला हुआ करता था जिस के द्वार हस्तिनापुर तथा इंद्रप्रस्थ, पश्चिमी द्वार कर्ण ताल, पूर्वी द्वार यमुना तट तथा उत्तरी द्वार कुरुक्षेत्र की ओर खुलता था और इन्ही द्वारों के अंदर राजा कर्ण का शहर बस्ता था जहा लोगो के लिए हर सुविधा उपलब्ध थी और वही रात होते ही शहर की सुरक्षा के मध्यनजर सातो द्वारों को बंद कर दिया जाता था ताकि दुश्मन हमला ना कर सके जिनके वक्त के अनुसार नाम बदलते गए और आज भी यह द्वारा पुराने शहर में है जिन्हें आज के समय में दयालपुरा गेट, कलंदरी गेट, अर्जुन गेट, सुभाष गेट, जुंडला गेट, कर्ण गेट व् बांसों गेट के नाम से जाना जाता है लेकिन अब जो करनाल नगर निगम इन सभी द्वारों के नामो को बदल कर महाभारत कालीन के वीरो के नाम पर रखने जा रही है और अब से इन सभी द्वारा की पहचान नए नामो से होगी ! बकायदे सभी द्वारों का नाविनिकर्ण किए गया है करोड़ो रुपए इस पर खर्च किए गए है और बकायदा द्वार के ऊपर द्वारा का नाम लिखा गया है वही शहर के लोगो की अगर बात करे तो सभी के अपने अपने विचार है कुछ का कहना है की निगम का फैंसला अच्छा है इससे हमारी नई पीढ़ी को इन योधा के बारे में पता लगेगा वही कुछ का कहना है की जो पुराने नाम उनको भूलना आसन नही होगा लोगो को कुछ परेशानी भी आएगी !

वही करनाल दयाल सिंह कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और करनाल शहर के इतिहास से तालुख रखने वाले राम जी लाल का कहना है की शहर की और समस्या छोड़कर निगम द्वारों के नाम बदलने जा रही है सभी द्वारा का पुराना इतिहास है सभी द्वारो के नाम काफी पुराने है लोगो के दिल दिमाग में है और आसानी से भूल नही पाएगे लोग इन नामो को वैसे ही करनाल का इतिहास काफी पुराना है इससे लोगो को परेशानी होगी उनके पुराने पते सभी पुराने द्वारों के नाम पर है !

बता दे की

कलंदरी गेट – कृष्ण द्वार

अर्जुन गेट- अर्जुन द्वार

कर्ण गेट- कर्ण द्वार

सुभाष गेट- सहदेव द्वार

बांसों गेट- भीम द्वार

दयालपुरा गेट- मुकुल द्वार

जुंडला गेट- युधिष्टर द्वार

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