देश के सबसे बड़े बासमती चावल एक्सपोर्टर में से एक 45 वर्षीय रोहत गर्ग का शव तीसरे दिन गन्नौर के पास दिल्ली पैरलल नहर में मिला। हालांकि व्यापारी की महिला मित्र का शव अभी तक नहीं मिला है। यहां के चिटावली गांव से करीब 200 मीटर आगे शव को सुबह करीब 10.30 बजे आते-जाते लोगों ने देखा। उन्होंने इसकी सूचना खुबडू चौकी को दी। यहां से पुलिसकर्मियों ने सूचना सोनीपत व पानीपत दी। पिछले दो दिन से तलाश कर रहे पंजाब से आए गोताखोरों ने शव को बाहर निकाला। इसके बाद पोस्टमॉर्टम के लिए सोनीपत सिविल अस्पताल पहुंचाया गया।
रोहित गर्ग बीते बुधवार की रात करीब सवा एक बजे महिला मित्र को बचाने के लिए दिल्ली पैरलल नहर में कूद गए। अपनी मर्सिडीज कार में रोहित महिला के साथ रात को डेढ़ घंटे तक घूमते रहे। इस बीच दोनों में झगड़ा हुआ, जिसमें महिला की कलाई कट गई।
देश के तीसरे नंबर के चावल निर्यातक रोहित गर्ग का शव मिल गया है। दिल्ली पैरलल नहर में सोनीपत के खुबड़ूझाल के पास ककरोई से रोहित का शव मिला। पुलिस महिला साक्षी का अब तक पता नहीं लगा सकी है। बता दें कि बुधवार रात करीब एक बजे दिल्ली पैरलल नहर से महिला मित्र साक्षी ने छलांग लगा दी थी। उसे बचाने के लिए रोहित गर्ग भी नहर में कूद गए थे।
पुलिस ने बताया कि साढ़े दस बजे शव मिला। शव को सोनीपत सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहीं शव का पोस्टमार्टम कराया गया। सूचना पर पानीपत के कई उद्योगपति भी मौके पर पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शव को पानीपत के मॉडल टाउन स्थित आवास में ले जाया गया। जहां से असंध पुलिस चौकी के पास श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा। हाई प्रोफाइल मामला होने की वजह से पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
पहले महिला नहर में कूदी, फिर पानीपत के राइस मिलर ने लगा दी छलांग
मॉडल टाउन निवासी चावल निर्यातक रोहित गर्ग बुधवार रात को पानीपत क्लब से अपने दोस्तों के साथ घर के लिए निकले थे। रोहित गर्ग ने मॉडल टाउन निवासी अपनी महिला मित्र साक्षी को देर रात को बुला लिया था। उन दोनों का गाड़ी में ही झगड़ा हो गया था। महिला मित्र ने गाड़ी में बैठे-बैठे हाथ की नस काट ली थी। उन्होंने अपने स्तर पर उसका प्राथमिक उपचार भी करना चाहा, लेकिन खून का बहाव नहीं थमा।
वह अपने दोस्त हरदीप सिंह के साथ साक्षी को एक प्राइवेट अस्पताल में गए, लेकिन यहां पर डॉक्टर ने उन्हें अटेंड नहीं किया। वे इसके बाद असंध रोड स्थित नारायण सिंह पार्क स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर उसका उपचार कराया गया। वे रात 1:15 बजे दिल्ली पैरलल नहर पर श्मशान घाट से कुछ आगे पहुंचे। जहां पर साक्षी गाड़ी से उतरकर नहर में कूद गई।
शहर में चर्चा है कि महिला मित्र चार महीने पहले भी रोहित गर्ग की चलती गाड़ी से कूद गई थी। उधर, साक्षी के परिजन भी अब सामने आ गए हैं। उन्होंने साक्षी के अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस में शिकायत दी है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने शिकायत मिलने की बात से इन्कार किया है।
पुलिस और परिजनों ने दिन निकलते ही रोहित और साक्षी की दिल्ली पैरलल नहर में तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने 40 जवान और दो बोट नहर में उतारे। पानीपत समेत मधुबन और पटियाला से गोताखोर बुलाए गए। रोहित के पिता हुकुमचंद गर्ग ने भी अपनी राइस मिल को बंद करा सभी श्रमिकों को नहर में उतार दिया।
करीब 500 लोगों ने दूसरे दिन सोनीपत जिले के अंतर्गत आने वाली खुबडू झाल तक तलाशी अभियान चलाया। शुक्रवार देर शाम दिल्ली पैरलल नहर में पानी का बहाव तेज हो जाने से तलाशी का कार्य रोकना पड़ा था। रोहित गर्ग के परिजनों ने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से पानी कम कराकर बचाव कार्य में तेजी लाने की मांग की थी।