जापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेक्टर सात सेवा केंद्र में 83वां त्रिमूर्ती शिव जयंती महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। वक्ताओं के श्रीमुख से सत्य ज्ञान प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। शिवरात्रि का वास्तविक स्वरूप पर प्रवचन किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जेबीडी ग्रुप के सीएमडी भारत भूषण कपूर ने की।
सम्मानीय अतिथि गुडरिच के एमडी नरेंद्र गुप्ता व सेल्स जगुआर के वाइस प्रेजीडेंट सतपाल अरोड़ा रहे। इस मौके पर मुख्य वक्ता राजयोगिनी बीके प्रेम दीदी ने कहा कि गीता में कहा गया है कि भूतों को भजने वाले भूतों को प्राप्त होते है, जबकि परमात्मा को भजने वाले व्यक्ति को परमात्मा की प्राप्ति होती है। शिवरात्रि विशेष त्यौहार है। भारतवर्ष में ही ज्योर्तिलिंगम हैं। भारत में ही सबसे अधिक शिव मंदिर हैं। परमात्मा पतितों को पावन बनाने के लिए आते हैं।
83 वर्ष पूर्व परमात्मा ने ब्रह्मा तन के अंदर प्रवेश किया था। वर्तमान में सब बुराइयों की अति है। अति के बाद अंत होता है। पाप का घड़ा भर चुका है। पवित्रता की आवश्यकता है। शिव इस धरती पर अवतरित हो चुके हैं। परमात्मा साधारण तन मनुष्य के शरीर का आधार लेते हैं। उन्होंने कहा कि जागो-जागो अब समय आ गया है। सत्य की स्थापना करनी है अर्थात देवी गुण धारण करने हैं। इस मौके पर केक काट कर शिव बाबा का अवतरण दिवस मनाया गया।
इस मौके पर भारत भूषण कपूर ने कहा कि भारत के उत्सव भारत की आत्मा हैं। इनसे हमें उर्जा मिलती है। उन्होंने कहा कि ऊँ नम: शिवाय का अर्थ है कि आत्मा शिव को नमन करती है। हरीश गाबा ने कविता पाठ किया। इस अवसर पर डा. राधेश्याम शर्मा, सतपाल अरोड़ा और नरेंद्र गुप्ता ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में अशोक महेंद्रू, जेआर कालड़ा, अनिरूद्ध कालड़ा, विनोद कालरा, आरके राणा, राजिंद्र विज, रामनिवास गर्ग, सुरेश गोयल, ज्ञान सरदाना, हरिकृष्ण नारंग, डा. केके चावला, हरीश गाबा, ईश्वर नंदवाल, रविंद्र चौधरी, एनके महानी, महिंद्र सचदेवा, गौरी देसवाल, छवि चौधरी, विमल मेहता, बीके प्रेम, बीके शिखा, बीके संगीता, बीके रेणु, आजीविका, रीना, रश्मि, दीक्षा, रेखा व प्रीती मौजूद रहे।