ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू के संस्थापक ब्रह्म बाबा के स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में सेक्टर सात स्थित सेवा
केंद्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केंद्र की मुख्य संचालिका प्रेम दीदी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंची मेयर रेणु बाला गुप्ता ने कहा कि ब्रह्म बाबा की शिक्षाएं आज भी आवश्यक उपयोगी हैं। कर्म, वाणी, व्यवहार शुद्ध हो तो समाज भी शुद्ध बन जाएगा।
विश्व में शांति स्थापित हो जाएगी। ऐसे संतों के प्रयासों व विचारों से भारत पुन: विश्वगुरु बन जाएगा। ब्रह्माकुमारी रेणू बहन ने कहा कि जैसे ब्रह्मा बाबा शिव बाबा पर संपूर्ण निश्चयबुद्धि थे चाहे उनके जीवन में कितनी भी विपरीत परिस्थितियां आई वह अचल, अडोल, अडिग थे। ऐसे ही हमें भी ब्रह्मा बाबा के समान परिस्थितियों के बीच रहते हुए संपूर्ण निश्चयबुद्धि व अचल अडोल होना है।
ब्रह्माकुमारी शिखा बहन ने कहा कि ब्रह्मा बाबा के जीवन में परमात्मा के प्रति जो सम्पर्ण भाव था निश्चय था प्यार था जो विशेषताएं करूणा, परोपकार, उदारता, सहनशीलता, रहम जो गुण था वह हमें भी अपनाना चाहिए। ब्रह्माकुमारी प्रेम दीदी ने कहा कि ब्रह्मा बाबा शिव परमात्मा के सारथी बने।
परमात्मा शिव ब्रह्मा के साकार तन में प्रविष्ट होकर मनुष्य आत्माओं को ज्ञान, पवित्रता, शांति का अनुभव कराते हैं। सभी धर्मो में ब्रह्मा की मान्यता है। ईसाई धर्म में एडम, मुस्लिम धर्म में उनको अल्लाह तथा हिंदुओं में उन्हें आदि देव व ब्रह्मा के नाम से जानते हैं। इस मौके पर माता विशनदेवी व ब्रह्माकुमारी संगीता ने भी अपने विचार रखे।
इस मौके पर सभी ने मोमबत्ती जला व पुष्पांजलि अपर्ण कर ब्रह्म बाबा को श्रद्धांजलि दी। एनएल वर्मा, रितेश भाई व शीतल बहन ने ब्रह्मा बाबा के भजन गाकर ब्रह्म बाबा की महिमा का बखान किया। इस अवसर पर जेआर कालड़ा,
रूप नारायण चानना, एसबी दीक्षित, डा. डीडी शर्मा, डा. चावला, विनोद शर्मा, एडवोकेट सुरेश गोयल, महिंद्र संधू, सतीश ढींगड़ा, ओएन मलिक, एचएल मल्होत्रा, ईश्वर रमन, महिंद्र सचदेवा, हेमंत मेहता, सतीश गोयल व हरिकृष्ण नारंग आदि मौजूद रहे।