करनाल के संजीव बंसल सिग्नस हस्पताल में असंध की महिला सुखविंदर कौर का ऑपरेशन आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त हुआ है।महिला पिछले पांच साल से सर और चेहरे के गम्भीर दर्द ने परेशान थी लेकिन पैसे न होने की वजह से आजतक वो अपना महंगा ऑपरेशन नहीं करवा पाई।जानकारी देते हुए असंध के गाँव खेड़ा की महिला मरीज सुखविंदर कौर ने बताया कि वो पिछले पांच वर्षों से सर और चेहरे पर हो रहे गम्भीर दर्द से परेशान थी।
महिला ने इस दौरान छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में कई जगह इलाज करवाया लेकिन उसका दर्द रोजाना बढ़ता जा रहा था।महिला को बताया गया था कि यदि वो किसी अच्छे न्यूरोसर्जन को दिखा ले तो उसका ऑपरेशन किया जा सकता है जिसके बाद उसका दर्द स्थाई रूप से खत्म होगा लेकिन गरीब परिवार में रह रही सुखविंदर कौर आर्थिक रूप से इतनी सक्षम नहीं थी कि एक लाख रुपये का ऑपरेशन करवा सके।इसके बाद जब उसने कैथल के एक हस्पताल में अपनी बीमारी के बारे में जांच करवाई तो उसे पीजीआई चंडीगढ़ या करनाल के सिग्नस हस्पताल एंव ट्रामा सेंटर में जांच के लिए कहा गया।
सुखविंदर कौर ने बताया कि उसके पास आयुष्मान भारत योजना का गोल्ड कार्ड था जिसकी बदौलत अब उसका इलाज व ऑपरेशन करनाल के संजीव बंसल सिग्नस हस्पताल में हो गया था तथा ऑपरेशन के बाद से वो बिल्कुल स्वस्थ्य है।उसने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में इलाज मिलने के कारण उससे सिग्नस हस्पताल में एक रुपया भी नहीं लिया गया तथा ऑपरेशन के साथ साथ दवाइयां भी मुफ्त दी गई है।महिला सुखविंदर कौर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आयुष्मान भारत जैसी स्वास्थ्य योजन लाने के लिए धन्यवाद कहा और उन्हें लम्बी उम्र की दुआ भी दी।महिला ने कहा कि यदि आयुष्मान भारत योजना न होती तो कोई भी गरीब व्यक्ति इतने बड़े हस्पतालों में महंगे इलाज के बारे में सोच भी नहीं सकता था।
इस सम्बंध में संजीव बंसल सिग्नस हस्पताल एंव ट्रामा सेंटर के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ वर्धान कुलश्रेष्ठ ने बताया कि महिला सुखविंदर कौर को ट्राइजेमिनल न्यूरोलीजिया था जिस वजह से मरीज के सर और चेहरे पर गम्भीर दर्द होता है।उन्होंने बताया कि ये दर्द इतना दर्दनाक होता है कि कई बार मरीज असहनीय दर्द के कारण आत्मदाह जैसा कदम भी उठा लेते है।
उन्होंने कहा कि उनके माइनर ऑपरेशन के बाद से सुखविंदर कौर बिल्कुल ठीक हैं और आज उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।गौरतलब है कि संजीव बंसल सिग्नस हस्पताल में ही आयुष्मान भारत योजना के तहत पहले मरीज की एंजियोप्लास्टी की गई थी जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सिग्नस ग्रुप को ट्वीट कर इसके लिए बधाई दी थी।