श्री कृष्ण गऊशाला की ओर से ओपीएस विद्या मंदिर में आयोजित दिव्य गीता सत्संग समारोह में गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने श्रद्धालुओं पर गीता ज्ञान की अमृत वर्षा करते हुए कहा कि गीता उपदेश की आज सबको आवश्यकता है। गीता पूरे विश्व को भौतिकवाद के इस युग में अंधकार से प्रकाश की ओर, तनाव से शांति की ओर ले जाती है।
उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन परमात्मा की अति विशेष कृपा है। जीवन का मिलना कृपा है, लेकिन जीवन को जीना आ जाए, जीवन को अच्छे ढंग से जी पाए। जीवन का पूरा लाभ ले पाए। यदि सीधे शब्दों में कहे परमात्मा से प्राप्त इस दिव्य कृपा के साथ न्याय करता है, जो उन्होंने अति विशेष कृपा की है। परमात्मा ने जीव को मनुष्य शरीर देकर सर्वोत्तम शरीर प्रदान किया है। शरीर स्वयं में उद्धार व कल्याण का अवसर है।
परम आनंद की प्राप्ति का एक अवसर है। कल्याण का द्वार मिल गया है। दिव्य गीता सत्संग समारोह में मेयर रेणु बाला गुप्ता सहित कई वार्डों के नवनिवार्चित पार्षद भी आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे। आयोजकों की ओर से अतिथिगणों को गाय के स्वरूप भेंट किए गए। मुख्य यजमान अविनाश बंसल, कैलाश गुप्ता व शशिभूषण गुप्ता रहे। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण, गीता और गाय की सामुहिक रूप से आरती की।
श्री कृष्ण गऊशाला के प्रधान रमेश चंद गुप्ता, महासचिव रामकुमार गुप्ता व कोषाध्यक्ष अशोक कुमार गोयल ने बताया कि गऊ सेवा को समर्पित दिव्य गीता सत्संग समारोह के अंतर्गत प्रतिदिन सुबह 6.30 से 7.30 बजे तक ध्यान साधना शिविर लगाया जाएगा। शाम को 3.30 से 6 बजे तक दिव्य गीता सत्संग होगा। 31 दिसंबर की रात को श्री श्याम संकीर्तन का भव्य आयोजन होगा। इस अवसर पर रमेश गुप्ता, रामकुमार गुप्ता, अशोक कुमार गोयल, कृष्णलाल सिंगला, विनोद गुप्ता, पदमसेन, संजय बतरा, एसके गोयल, स्वतंत्र कौशिक व सुनील गुप्ता आदि मौजूद रहे।