बुद्धा काॅलेज आॅफ एजूकेशन रम्बा करनाल में आज हिन्दी दिवस के अवसर पर, बी.एड. प्रथम वर्ष तथा डी.एड. प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए ओरियंेटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में बुद्धा ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के निदेशक श्री नितेश गुप्ता ने शिरक्त की।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री नितेश गुप्ता, काॅलेज प्राचार्य डाॅ मौहम्मद रिजवान, विभागाध्यक्ष प्रीति गुणवाल, डा. दिलीप सिंह, प्राचार्य बुद्धा काॅलेज आॅफ हाॅयर एजूकेशन ने मंा सरस्वती की वन्दना व दीप प्रज्जवलन के साथ किया। कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापिका प्रीति कौशल तथा कार्यक्रम का सह-संचालन सुयश तथा सुमित ने किया।कार्यक्रम संचालिका, प्राध्यापिका प्रीति कौशल ने शिक्षक-प्रशिक्षकों का परिचय करवाया एवं पूरे वर्ष काॅलेज में होने वाली गतिविधियों से अवगत करवाया।
इस अवसर पर सभी प्राध्यापकों ने उपस्थित विद्यार्थियों को काॅलेज के नियमों, दिशा-निर्देशों, बी.एड. में पूरे वर्ष होने वाली पाठ्य एवं सहपाठ्य गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम के आगे बढाते हुए बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्र-अध्यापिका रेखा ने अपने भाषण द्वारा तथा अन्य विद्यार्थियों जिसमें अंजलि, शालू, भव्या ने कविताओं के माध्यम सें हिन्दी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला।
सोनिया तथा साक्षी ग्रुप ने अपनी नाट्य शैली द्वारा हिन्दी माध्यम को अपने जीवन में अपनाने पर जोर दिया। सुमित, सोनिया तथा सुयश ग्रुप ने अपनी नाटक के माध्यम से वृद्ध आश्रम के बुजुर्गो की व्यथा को व्यक्त किया। इस अवसर पर बुद्धा काॅलेज के निदेशक श्री नितेश गुप्ता जी ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक अध्यापक को शिक्षा के क्षेत्र में समाज के विकास के लिए अपना योगदान देना चाहिए व सही समय पर अध्यापक को अपने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करना चाहिए। श्रेष्ठ अध्यापक ही देश के विकास के लिए अर्थशास्त्री, समाज सुधारक, उच्च कोटि के राजनीतिज्ञों का निर्माण गुणवतापूर्ण शिक्षा के द्वारा कर सकता है।
आज के बदलते परिवेश में अध्यापक ही पूरे समाज के लिए आशा की किरण है जो समाज को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर सकता है। एक श्रेष्ठ अध्यापक ही विश्व के अन्दर विद्या की ज्योति को जलाने व समाज को उन्नति के शिखर पर ले जाने का कार्य कर सकता है। उसके अन्दर नेतृत्व क्षमता, सहनशीलता, आत्म संयम, आत्मविश्वास, देश प्रेम, अनुशासन एवं लोकतांत्रिक आदर्शो का विकास करने की भावना होनी चाहिए तभी देश के भविष्य को बदला जा सकता है।
काॅलेज प्राचार्य डाॅ. मौ. रिजवान ने नए सत्र के विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि एक विद्यार्थी को अपने जीवन में हमेशा सीखते रहना चाहिए तथा एक अध्यापक को सदैव अपने विद्यार्थियों के प्रति कर्तव्य की भावना से प्रेरित होकर अधिक से अधिक ज्ञान अर्जन करके अपने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करना चाहिए ताकि भविष्य में देश को श्रेष्ठ नागरिक मिल सकें। कार्यक्रम के अन्त में कालेज प्राध्यापिका प्रीति कौशल ने इस कार्यक्रम में शिरक्त करने पर सभी अतिथियों एवं उपस्थित विद्यार्थियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर बुद्धा काॅलेज के सभी शिक्षक-प्रशिक्षक व नए सत्र के विद्यार्थी मौजुद रहे।