राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में सोमवार को तीन दिवसीय 22वें अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय युवा महोत्सव रेवरी-2018 का बड़ी ही धूमधाम से आगाज हो गया। इसमें भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली, शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी कश्मीर, वसंतराव नाइक मराठवाड़ा कृषि विद्यापाठ, महाराष्ट्रा आईवीआरआई बरेली, पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान एवं गौ अनुसंधान संस्थान, मथुरा, महाराष्ट्र पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय तथा एनडीआरआई सहित सात विश्वविद्यालयों से आए विद्यार्थी कलाकारों ने अपनी प्रतिभा के रंग बिखेर कर समां बांध दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के निदेशक डा. आरआरबी सिंह ने आसमान में सत्तरंगी गुब्बारे उड़ा कर किया।
प्रस्तुतियों का सिलसिला सरस्वती वंदना से शुरू हुआ और अंताक्षरी, मोनाएक्टिंग, पेंटिंग, मेंहदी, क्लासिकल डांस, सोलो साँग सहित गीत एवं नृत्य की एक से बढक़र एक प्रस्तुतियां देखने को मिली। विद्यार्थियों द्वारा दी गई शानदार प्रस्तुतियां देखकर दर्शक भी झूमने पर मजबूर हो गए।
संस्थान के निदेशक डा. आरआरबी सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया और देश के कौने कौने से आए कलाकरों का एनडीआरआई में आने पर हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रतिभा को निखारने के लिए उचित मंच की आवश्यकता होती है और युवा महोत्सव छात्र-छात्राओं के भीतर छिपी प्रतिभा को निखारने के लिए एक मंच प्रदान करता है। इसलिए छात्र-छात्राओं को इसका भरपूर लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप सभी शोधविद्यार्थियों का मुख्य उदे्श्य धरती पुत्रों को समृद्ध बनाने के लिए नई-नई तकनीके विकसित करना है लेकिन इसके साथ-साथ अपनी कला और संस्कृति को बनाए रखना भी हमारा दायित्व है।
डा. सिंह ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपने क्षेत्र में एक सफल नायक बनेे। एक ऐसा नायक जो भावी चुनौतियों से बचने के बजाय उन्हें स्वीकार करे। इस अवसर पर उन्होंने आजादी के दीवाने शहीद-ए-आजम भगत ङ्क्षसह, राजगुरु व सुखदेव को नमन किया और विद्यार्थियों को राष्ट्र के प्रति समप्रित होने का आह्वान भी किया।
कार्यक्रम के वशिष्ठ अतिथि एनडीआरआई के पूर्व संयुक्त निदेशक डा. जीआर पाटिल ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लेने से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास एवं प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा होती है। आज की प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का इजहार किया, वो काबिले तारीफ है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि इस तीन दिवसीय रेवरी-2018 कार्यक्रम में सभी कलाकार विद्यार्थी अनुशासन पूर्वक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
चीफ होस्टल वार्डन डा. जेके कौशिक ने बताया कि इन तीन दिनों में गीत संगीत, ग्रुप डांस, सिंगल डांस, शास्त्रीय संगीत, लोक सगीत, वेस्ट्रन संगीत, देशभक्ति गीत, नाटक, कोरियोग्राफी, मिमीकरी, रंगोली, वाद विवाद सहित अन्य कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक ( प्रशासनिक ) सुशांत शाह, वित नियंत्रक डीडी वर्मा, डा. जय कुमार कौशिक, डा. एसके. तोमर, डा. राकेश कुमार, डा. पीएन राजू, डा. योगेश खेतरा, डा. ऋचा सिंह, डा. रूबिना, डा. नीलम उपाध्याय, एनडीआरआई स्टूडेंट काउंसिल की प्रेसिडेंट शिवानी, स्टूडेंट कॉ-ऑडिनेटर सुवर्तन रणबीर, संदीप मैहरा, शशांक व एडवाईजर अहमद अन्य वैज्ञानिक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।