हरियाणा के राज्यपाल प्रो0 कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि देश के स्कूल, कॉलेजों व विश्वविद्यालयों की कक्षाओं में जो व्यक्ति निर्माण हो रहा है,उन्हीं में से देश का भाग्य निर्धारित होगा, शिक्षण संस्थानों से ही देश के भाग्य फैसला होना है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के युवाओं में नया सपना देखा है और वह उस सपने को साकार करने का प्रयास कर रहे है।
राज्यपाल प्रो0 कप्तान सिंह सोलंकी शनिवार को स्थानीय दयाल सिंह कॉलेज में आयोजित 54वें दीक्षान्त एवं पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्जवलित करके समारोह का शुभारम्भ किया। राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज हिन्दुस्तान हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। युवाओं में नई उर्जा का संचार हो रहा है। देश का युवा अपनी मेहनत के बल पर शिक्षा, खेल,व्यापार, रोजगार आदि जैसे क्षेत्रों में विश्व में अपना व अपने देश का नाम रोशन कर रहा है।
हमारी बेटियां शिक्षा के क्षेत्र में उच्च पदों पर पहुंच रही है। आज के समारोह में सम्मानित होने वाले व डिग्री प्राप्त करने वालों में भी लडकों की अपेक्षा लडकियों की संख्या अधिक थी। बेहतर शिक्षा के लिए दयाल सिंह कॉलेज ने सभी सुविधाए दी है जो एक विद्यार्थी को चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संस्थान की स्थापना में सरदार दयाल सिंह मजीठिया की दूरगामी सोच ने हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को उज्जवल किया है।
सही मायने में उन्हें इस पुण्य कार्य के लिए सदा याद किया जाएगा। राज्यपाल ने 10 विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने पर प्रमाण-पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा विभिन्न संकायों में 378 विद्यार्थियों को डिग्री मिलने पर बधाई दी।
इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दयाल सिंह ट्रस्ट सोसाईटी के प्रधान व सीबीआई के पूर्व निदेशक आर.सी शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि दयाल सिंह शिक्षण संस्थानों में युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिए हर सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। हर विद्यार्थी जीवन में आगे बढ़े इसके लिए दयाल सिंह ट्रस्ट सोसाईटी सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करता है। उन्होंने आज के दीक्षान्त एवं पुरस्कार वितरण समारोह में विद्यार्थियों व उनके शिक्षकों को बधाई दी।
कॉलेज के प्राचार्य डा. के.एल गोसाई ने कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि दयाल सिंह कॉलेज 117 साल पुराना शिक्षण संस्थान है। इस संस्थान की शुरूआत 1910 में लाहौर में की गई थी। विभाजन के बाद 1949 से यह शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों को संस्कारवान, रोजगारमुखी शिक्षा मुहैया करवा रहा है। इस संस्थान को एनएसीसी बैगलोर ने ए ग्रेड दिया है। दयाल सिंह कॉलेज में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए हर जरूरी सुविधा है।
कॉलेज में बडी लाईब्रेरी है जिसमें करीब 60 हजार पुस्तकों का संग्रह है। गरीब विद्यार्थियों के लिए संस्था द्वारा छात्रवृति भी दी जाती है, पिछले साल 81 विद्यार्थियों को 2 लाख 43 हजार रुपये की छात्रवृति दी गई।
कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में खेल, शिक्षा व अन्य गतिविधियों में दयाल सिंह कॉलेज का विशेष स्थान है। शिक्षण संस्थान द्वारा समाज की हर गतिविधियों में बढ़-चढक़र भाग लिया जाता है। उन्होंने बताया कि दयाल सिंह कॉलेज में शीघ्र ही एमएससी भौतिक विज्ञान व गणित की कक्षाएं आरम्भ होगी।
कार्यक्रम की संयोजक डा. चन्द्रकांता ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया तथा कार्यक्रम में मंच का संचालन डा. सुभाष सैनी ने किया। इस समारोह के अन्त में मुख्य अतिथि तथा विशिष्ठ अतिथि को कॉलेज प्रशासन की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में रैड क्रॉस सोसाईटी के उपाध्यक्ष डा. मुकेश अग्रवाल ने शिरकत की । इस मौके पर ऑरनरेरी सक्रेटरी डी.के रैना, दयाल सिंह सोसाईटी के जीएम बी.आर गुलाटी, नगर निगम की मेयर रेनू बाला गुप्ता, उपायुक्त डा. आदित्य दहिया, एसपी जश्रदीप सिंह रंधावा, एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक, डीएवी कॉलेज के प्राचार्य आर.पी.सैनी, दयाल स्कूल की प्रिंसीपल रमेश लाठर व नीना राय, रेनू गौसाई, पूर्व प्राचार्य रामजी लाल, डा. अनिता अग्रवाल, डा. रीतू शर्मा सहित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक तथा प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।