बैठक में हुडा सेक्टरों में पानी के अधिक दाम लिए जाने तथा हुडा कार्यालयों में कलेक्शन सेंटर बंद किए जाने से लोगों को हो रही परेशानियों को लेकर चर्चा की गई। उप समिति प्रधान ओपी सचदेवा ने कहा कि हुडा कार्यालय में कलेक्शन सेंटर बंद करने के बाद बैंकों के माध्यम से नगदी जमा करवाने की योजना बनाई गई थी।
चार बैंकों के माध्यम से यह कार्य किया जाता है। इनमें से दो बैंक निशुल्क यह सुविधा उपलब्ध करवाते हैं, लेकिन इन बैंकों में सुबह 10 से 12 बजे तक ही यह कार्य किया जाता है। इससे लोग अपना काम नहीं करवा पाते और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बैठक में कहा गया कि चारों बैंकों में यह सुविधा निशुुल्क उपलब्ध करवाई जाए और सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक कार्य किया जाए। मीटिंग में हुडा सेक्टरों में शहर के मुकाबले पानी के दाम अधिक लिए जाने पर भी चर्चा हुई। कहा गया कि पानी के दाम शहर के बराबर ही वसूले जाएं। सीजीसी सदस्यों ने कहा कि लोग जब रेत बजरी आदि खरीदने जाते हैं तो उनके तोल में गड़बड़ी का अंदेशा रहता है,
क्योंकि अंदाजे से ही रेत बजरी उपभोक्तओं को दे दी जाती है। इस अवसर पर सचिव संजय बत्तरा ने बताया कि आरटीआई के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए गुरुनानक खालसा कालेज में सेमिनार लगाया जाएगा। विद्यार्थी जागरूक होंगे तो वह आरटीआई का प्रयोग उचित प्रकार से कर सकेंगे। इस मौके पर चेयरमैन सत्येंद्र मोहन कुमार, उप समिति प्रधान ओपी सचदेवा, सचिव संजय बत्तरा, वाइस चेयरमैन डीएन अरोड़ा, रामलाल अग्रवाल, डा. एसके शर्मा व सलाहकार अंजु शर्मा मौजूद रहे।