स्कूल स्टाफ, मैनेजमेंट व बच्चों ने कल्पना चावला के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर बच्चों ने भाषण व कविताओं के माध्यम से अपने उदगार प्रकट किए। विद्यालय केे निदेशक सुरजीत सुभरी ने कहा कि कल्पना चावला बाल्यकाल से ही बहुत होनहार थी। उनके संस्कार बड़े प्रबल थे। उनके पिता बनारसी लाल चावला के अनुसार कल्पना ने कभी गहनें तथा बनावटी चीजों से मोह नहीं रखा। उनका मन केवल पढ़ाई में ही लगता था। वो परिश्रम तथा संघर्ष की प्रतिमूर्ति थी। बच्चों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों को कल्पना जैसा बनने का प्रयास करना चाहिए तथा उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर राज कपूर, रामपाल, रविराज, कृष्ण कुमार, राजेंद्र, अमित शर्मा, सुशीला सोनी, रजनी राणा, रजनी बत्रा, बबीता कौशिक, गुरदर्शन कौर, दीपा मलिक, वीना, ममता, सुनीता, मोनिका, प्रीति, ऋतु व रेणू मौजूद रहे।