November 23, 2024

करनाल/दीपाली धीमान : पुलिस अधीक्षक करनाल श्री मोहित हाण्डा के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में एक बार फिर जिला पुलिस की क्राइम युनिट सी.आई.ए-01 टीम को करनाल क्षेत्र में दहशत फैलाने का प्रयास करने वाले अपराधीयों पर शिकंजा कसते हुए बड़ी सफलता हासिल हुई है।

सी.आई.ए-01 टीम द्वारा एक निजी हस्पताल के बाहर फायरिंग मामले में दर्ज मुकदमा नंबर 324 दिनांक 07.08.2024 धारा 287, 3(5), 308(4), 61 भा.न्या.सं. थाना सिविल लाईन में जांच करते हुए गुप्त सुचना के आधार पर उप निरीक्षक जयपाल सिंह की अध्यक्षता में दिनांक 02.09.2024 को बजीदा रोड़ करनाल पर नई अनाज मंडी के पिछे से तीन आरोपीयों1. गौरी शंकर उर्फ गौरी पुत्र सहेन्द्र सिंह वासी शिव कालोनी, करनाल, 2. प्रवीन कुमार पुत्र जयसिंह वासी टपराणा, करनाल और 3. सन्नी उर्फ सन्नी राणा पुत्र हरिराम वासी बिकट मौहल्ला सदर बाजार, करनाल को गिरफतार करने में कामयाबी मिली।

इस संबंध में उप पुलिस अधीक्षक शहर, करनाल श्री वीर सिंह ने इन्चार्ज सी.आई.ए-01 उप निरीक्षक अनिल कुमार व उनकी टीम की सराहना करते हुए कहा कि उक्त मामले में दिनांक 07.08.2024 को फायरिंग की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपीयों को सी.आई.ए-01 टीम द्वारा दिनांक 09.08.2024 को मुठभेड़ के बाद गिरफतार कर लिया गया था, जिन्होंने पूछताछ पर उपरोक्त तीनों आरोपीयों के संबंध में खुलासा किया था। जिनकी गिरफतारी के लिए सी.आई.ए. की टीमें निरंतर प्रयास कर रही थी और अंततः कामयाबी उनके हाथ लगी व तीनों आरोपीयों को काबू कर लिया गया।

उन्होंने बताया कि तीनों आरोपीयों द्वारा ही निजी हस्पताल के बाहर फायरिंग करने वाले दोनों बदमाश शुटरों को हथियार व 5000 रूपये नकद दिए गए थे। श्री वीर सिंह ने बताया कि उक्त मामले में तीनों आरोपीयों की गिरफतारी पर पांच-पांच हजार रूपये ईनाम भी घोषित है।

उन्होंने कहा कि दिनांक 03.09.2024 को आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेशकर 03 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया व दौराने रिमांड आरोपीयों से पूछताछ कर उनके कब्जे से शुटरों के लिए हथियार लाने के लिए व उनको हथियार देकर जाने के लिए प्रयोग की गई दोनों कारें बरामद की गई।

उन्होंने कहा कि पूछताछ पर तीनों आरोपीयों ने बताया कि उनके पास विदेशी नंबरों से फोन आये व उन्हें बताया गया कि करनाल से असंध रोड़ पर एक ट्रांसफार्मर के नीचे असला रखा है, जिसे उनको सिर्फ वहां से उठाकर शुटरों तक पहुंचाना है, इसके लिए उन्हें 50,000 रूपये मिलने थे।

उप पुलिस अधीक्षक, शहर ने बताया कि आज आरोपीयों की रिमांड अवधि समाप्त होने पर उन्हें पूनः माननीय अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से अदालत के आदेशानुसार आरोपीयों को न्यायीक हिरासत में भेज दिया गया।

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