करनाल/कीर्ति कथूरिया : करनाल के सर्वश्रेष्ठ विद्यालय आर.पी.एस. इंटरनेशनल स्कूल में अंतर आर पी एस एकल नृत्य प्रतियोगिता तथा बास्केटबॉल प्रतियोगिता आयोजन बहुत धूमधाम से किया गया |आरपीएस विद्यालय की नींव स्वर्गीय डॉक्टर ओपी यादव जी के द्वारा रखी गई।
कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय की प्रबंधक समिति चेयरपर्सन पवित्र राव , सीईओ मनीष राव और प्रधानाचार्या महोदया रूपा गोसाईं के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए किया गया।इस कार्यक्रम में सी ई ओ मनीष राव, डिप्टी मेयर नवीन ,डॉक्टर गुंजन और डॉक्टर दीपक सिंघल का मुख्यातिथि के तौर पर स्वागत किया गया | इस प्रतियोगिता निर्णायक मंडल के रूप में रीति तनेजा,सुनीता पसरिचा और मिस मंजू शर्मा मौजूद रही।
विद्यालय की प्रधानाचार्या ने पुष्पगुच्छ देकर मुख्यातिथि तथा निर्णायक मंडल का स्वागत किया | इस अवसर पर विद्यालय में विद्यार्थी भी मौजूद रहे | सभी टीमों का स्वागत छात्राओं के पैरों पर अलता लगाकर उसकी छाप लेकर किया गया इस तरह से परंपरा गत तरीके से स्वागत किया गया सभी कार्य बहुत ही खुशी परंपरा तथा प्रोत्साहन के साथ किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम मनीष राव एवं प्रधानाचार्या रूपा गोसाई के द्वारा दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना के साथ की गई की गई |
इसके पश्चात विद्यालय में रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत की गई तथा अंतर आरपीएस विद्यालय एकल नृत्य प्रतियोगिता एवं बास्केटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । सभी विद्यार्थियों ने प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर भाग लिया तथा एकल नृत्य में भारत के विभिन्न प्रांतों के नृत्य प्रस्तुत किए गए नौवीं तथा दसवीं एकल नृत्य प्रतियोगिता में आरपीएस करनाल की छात्रा मन्नत ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। आरपीएस महेंद्रगढ़ की छात्रा ने द्वितीय तथा आरपीएस हांसी की छात्रा तृतीय रहीं।
आरपीएस विद्यालय करनाल ने 11वीं तथा 12वीं एकल नृत्य प्रतियोगिता मे आयुषी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।आरपीएस महेंद्रगढ़ प्रथम स्थान पर तथा आरपीएस दादरी द्वितीय स्थान पर रहा। आरपीएस के सभी स्कूल एक ही बैनर के तहत आते हैं और वह है आरपीएस। आर पी एस की प्रतिस्पर्धा आरपीएस के साथ ही है और दूसरी तरफ सभी आरपीएस एक परिवार है जो की एक साथ आते हैं इस तरह से आरपीएस के 17 स्कूल है जो की अलग-अलग जोन में विभाजित है तो इस तरह से करनाल में जो प्रतिस्पर्धा हुई है वह जॉन वन के अंतर्गत आता है करनाल ब्रांच हाल ही में स्थापित ब्रांच है जिसमें हर तरह की सुविधा उपलब्ध है कार्यक्रम में कक्षा पांचवी तथा छठी के बहुत सारे चाहिए लीडर्स थे जिन्होंने सभी टीमों का स्वागत किया था उत्साह वर्धन किया।
वहीं दूसरी ओर बास्केटबॉल प्रतियोगिता छात्राओं के समूह में आरपीएस महेंद्रगढ़ प्रथम स्थान पर, आरपीएस करनाल द्वितीय स्थान पर तथा आरपीएस रोहतक तृतीय स्थान पर रहा ।छात्रों के समूह में आरपीएस महेंद्रगढ़ प्रथम ,आरपीएस रोहतक द्वितीय तथा आरपीएस करनाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सीईओ मनीष राव ने एवं प्रधानाचार्य रूपा गोसाई ने वहाँ उपस्थित सभी विद्यार्थियो को हार्दिक शुभकामनाएं दी तथा विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी तथा
आभार प्रदर्शित करते हुए कहा कि प्रतियोगिताओं में हार जीत का महत्व नहीं है वरन महत्व इस बात का है कि इसके माध्यम से छात्र स्वयं का आकलन कर पाते हैं कि वह विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए कितने तैयार हैं और कहा कि अपनी खुशी में तो सभी खुश होते हैं परंतु जब दूसरों की खुशी में खुश हुआ जाता है तो वह असली खुशी है तथा प्रधानाचार्य ने बताया कि किस प्रकार आरपीएस विद्यालय केवल शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं अपितु सांस्कृतिक एवं खेलकूद के क्षेत्र में भी देश में अग्रणी शिक्षण संस्थान है उन्होंने कहा आज हम सब एक परिवार की तरह यहाँ एकत्रित हुए है |
आरपीएस विद्यालय एकमात्र ऐसा स्थान है जहां बच्चे की प्रतिभा को उभारा जाता है तथा उसे निखारा जाता है तथा किसी भी प्रतिभाशाली विद्यार्थी में अपने अध्यापक की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई देती है जितने भी प्रतिभागी यहां आए हैं सभी ने एक से बढ़कर एक प्रदर्शन किया है और उस प्रदर्शन के पीछे अध्यापकों ने जी जान से मेहनत की है जब तक परिणाम सारणीबद्ध हो रहे थे तब विद्यालय की प्रधानाचार्य ने अनौपचारिक ढंग से वहां पर उपस्थित सभी अतिथि दर्शकों ,विद्यार्थीगण तथा
अध्यापकगण के साथ तालमेल बिठाया जिसमें आने वाले सभी स्कूलों ने गाने तथा नृत्य की प्रस्तुति दी यह एक बहुत ही सुखद बातचीत रही जिसकी स्मृतियां सदा संजोकर रखी जाएंगी और कहा की ग्रुप ऑफ़ आरपीएस स्कूल में होने वाली प्रतियोगिताएं केवल प्रतियोगिताएं ही नहीं है यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान देती है यह बच्चे की सांस्कृतिक खेलकूद, नेतृत्व, मेलजोल
एवं सहयोग की भावना को बढ़ावा देती है तथा इस प्रकार विद्यार्थियों के जीवन में नैतिक मूल्यों तथा संस्कारों का समावेश करवाया गया। इस तरह अपने शब्दों को विराम देते हुए उन्होंने सभी निर्णायक मंडल, मुख्य अतिथि, अध्यापकगण वहां उपस्थित सभी विद्यार्थियों का धन्यवाद किया।