करनाल/कीर्ति कथूरिया : 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दैनिक जीवन की चुनौतियों से पार पाने के लिए शरीर स्वस्थ रखना आवश्यक है। इसके लिए योग से जुडऩा चाहिए। योग आध्यात्मिक अनुशासन व अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित ज्ञान है, जो मन और शरीर में संबंध स्थापित करता है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर ने सेक्टर 12 स्थित न्यायिक परिसर के एडीआर सेंटर में योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने योग कर सभी के स्वस्थ स्वास्थ्य की कामना की और न्यायिक विभाग के कर्मचारियों के साथ इस विशेष योग शिविर में भाग लिया।
उन्होंने कहा कि योगाभ्यास में योग मुद्रा का महत्व है। इसी के साथ-साथ इस योग कार्यक्रम में मधुर बजाज, उप मंडल न्यायिक अधिकारी इंद्री ने भी इस योग कार्यक्रम में भाग लिया और उन्होंने कहा कि किसी भी प्राणायाम का अभ्यास लगातार 5 से 7 मिनट तक करने से ही शरीर के अंगों पर प्रभाव पडऩा शुरू हो जाता है और मन के साथ-साथ शरीर भी स्वस्थ रहता है।
इस कार्यक्रम को पतंजलि युवा भारत एवं पतंजलि योग समिति से अश्विनी कुमार मिश्रा ने योगासनों का अभ्यास कराया और यह सारा योग शिविर जितेंद्र गुप्ता के द्वारा अलग-अलग योग मुद्राएं व योगासनों का अभ्यास करवा कर संपन्न करवाया गया।
योग दिवस का आयोजन हर साल किसी खास थीम को ध्यान में रखते हुए ही किया जाता है। इस साल यानि विश्व योग दिवस 2024 की थीम खुद के लिए और समाज के लिए योग रखी गई है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 की खास थीम ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ रखी गई है। यानि खुद को स्वस्थ रखो और एक स्वस्थ समाज के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ो।