करनाल/कीर्ति कथूरिया : दयाल सिंह पब्लिक स्कूल, दयाल सिंह कॉलोनी, करनाल में आयोजित लर्निंग आउटकम्स और पेडागोजी पर एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का शुभारंभ प्रिंसिपल सुषमा देवगन ने किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में ऋषभ मोंगा, मुख्य शैक्षणिक समन्वयक, संत निश्चल सिंह पब्लिक स्कूल, यमुनानगर, डॉ. अनुपम हांडा, पीजीटी इतिहास, वायु सेना स्कूल, अंबाला कैंट ने स्टाफ को बताया कि शिक्षाशास्त्र शिक्षण में प्रयुक्त विधियों और प्रथाओं को संदर्भित करता है।
शिक्षाशास्त्र को समझना उन शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण है जो प्रभावी शिक्षण वातावरण बनाना चाहते हैं जो जुड़ाव, समझ और धारणा को बढ़ावा देते हैं। शिक्षाशास्त्र और सीखने के परिणामों के बीच संबंध सहजीवी है।
प्रभावी शैक्षणिक दृष्टिकोण सीखने के परिणामों की उपलब्धि को बढ़ाते हैं, जबकि अच्छी तरह से परिभाषित सीखने के परिणाम शिक्षकों को उचित शैक्षणिक रणनीतियों का चयन करने में मार्गदर्शन करते हैं।