करनाल/कीर्ति कथूरिया : नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा के आदेशानुसार अवैध निर्माण रोकने के लिए निगम लगातार कार्रवाई कर रहा है। नगर निगम की भवन शाखा का प्रवर्तन दल शहर में अनाधिकृत निर्माण पर नजर रखे हुए है, जो भी अनाधिकृत निर्माण पाया जाता है, उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
इसी कड़ी में बुधवार को शहर के कुंजपुरा रोड स्थित सचदेवा मार्किट में तीन अलग-अलग निर्माणाधीन भवनों को सील करने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इनमें दो भवनों के सम्बंधित मालिकों द्वारा नक्शे पास नहीं करवाए गए थे तथा एक भवन मालिक द्वारा नक्शे के अनुसार निर्माण नहीं किया जा रहा था।
नगर निगम के प्रवर्तन दल ने उक्त ईमारतों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सील कर दिया। नगर निगम की संयुक्त आयुक्त अदिति ने यह जानकारी दी।
उन्होंनेे बताया कि निगरानी टीम शहर में विजिट पर रहती है, विजिट के दौरान उपरोक्त भवनों पर टीम की नजर पड़ी। पता लगाने पर मालूम हुआ कि इन भवनों का नक्शा पास नहीं करवाया गया है।
अनाधिकृत निर्माण को रोकने के लिए निगम की ओर से सम्बंधित भवन के मालिकों को दो नोटिस जारी किए गए थे, परंतु उन द्वारा नोटिस की पालना नही की गई तथा निर्माण कार्य चालू रखा गया। तत्पश्चात उक्त भवन को सील करने की कार्रवाई प्रारम्भ की गई। परिणामस्वरूप नगर निगम अधिनियम 1994 की धारा 263 ए (1) के तहत कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण को सील कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण कार्रवाई सम्पन्न करने के लिए उप निगम आयुक्त अशोक कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। सील करने गई टीम में सहायक नगर योजनाकार संदीप राठी, भवन निरीक्षक विकास अरोड़ा व कनिष्ठï अभियंता प्रशांत राणा तथा टीम मौजूद रही। खास बात यह है कि इस कार्रवाई में किसी तरह का विरोध नहीं हुआ।
संयुक्त आयुक्त अदिति ने कार्रवाई के बाद कहा कि अनाधिकृत निर्माण को लेकर नगर निगम सख्ती बरते हुए है, अवैध निर्माण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि निगम की निगरानी टीमें ऐसे निर्माण को रोकने के लिए निरंतर शहर का दौरा करती रहती हैं।
जो भी अवैध निर्माण दिखाई देता है, उस पर कार्रवाई की जा रही है। इसके अतिरिक्त अनाधिकृत निर्माण को लेकर नागरिकों की ओर से जो भी शिकायतें नगर निगम में आएंगी, उन पर भी अवश्य कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वह अवैध निर्माण न करें और न ही उसे होने दें। अगर कहीं पर अवैध निर्माण हो रहा है, तो नागरिक उसकी शिकायत नगर निगम कार्यालय में दें। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेंगी।