करनाल/कीर्ति कथूरिया : मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, करनाल जसबीर ने वीरवार को श्रद्वानंद अनाथलय का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ टेनिंग सिविल जज (जूनियर डवीजन) रितिज अरोड़ा, रितिका शर्मा, उदित अग्रवाल, नितिका बंसल, अनमोल ककड़, रूहेला व अवंतिका, फिल्ड ट्रेनिंग के लिए उपस्थित थे।
इस अवसर पर सीजेएम ने वहां रह रहे बच्चों से बातचीत की व उनकी दैनिक गतिविधियों बारे जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर कैलाश सत्यार्थी जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में केक काटा गया व बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया।
गौरबतलब है कि कैलाश सत्यार्थी जी प्रसिद्व कवि व लेखक थे, जिन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से बच्चों के अधिकारों की बात रखी व अपनी कविताओं के माध्यम से उनके शोषण को रोकने का प्रयास किया।
इन्हे बच्चों और युवाओं के दमन के खिलाफ उनके सघंर्ष और बच्चों के अधिकारों के लिए किए प्रयासों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सीजेएम ने बताया कि जिला करनाल के विभिन्न स्थानों पर नेशनल हयूमन टैªफिकिंग अवयेरनेस डे के उपलक्ष्य मे गांव फूसगढ में कानूनी साक्षरता शिविर का आयोजन सोनू, पैनल अधिवक्ता के द्वारा आंगनवाड़ी वर्करस व महिलाओं के लिए किया गया व एजिंग विद डिगनिटी के अंतर्गत सुभद्रा वरिष्ट नागरिक सदन, करनाल मे मोनिका, पैनल अधिवक्ता व हिमांशु डिंगड़ा, पैरा लिगल वालंटियर द्वारा शिविर लगााकर वरिष्ठ नागरिकों को उनके अधिकारों बारे अवगत करवाया, उन्हे लोहड़ी पर्व की बधाई दी।
एक वालंटियर के द्वारा वरिष्ट नागरिकों को रिफ्रेशमेंट व राशन किट प्रदान की। सीजेएम ने बताया कि इन कार्यक्रमों का आयोज चन्द्रशेखर, माननीय जिला एवं सत्र न्यायधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, करनाल के मार्गदर्शन में किया जाता है।