करनाल/कीर्ति कथूरिया : भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग समित्ति एवम आयुष विभाग करनाल के संयुक्त तत्वावधान में 15 दिवसीय सह योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर कनिका पब्लिक स्कूल करनाल में चल रहा है।
शिविर के 9वें दिन भारत स्वाभिमान न्यास करनाल के जिला अध्यक्ष सोमनाथ अरोड़ा ने शिविर का शुभारंभ वेद मंत्रों के साथ किया। योग्गिंग् जॉगिंग के 12 अभ्यास, सूर्यनमस्कार एवम खड़े होकर किये जाने वाले नियमित योगासनों के पश्चात बैठकर किये जाने वाले मधुमेह के विशेष अभ्यास करवाये।
मण्डूक आसन, उत्तान मण्डूक आसन, शशांक आसन, गौमुख आसन, वक्र आसन एवम नौका आसनों का अभ्यास सिखाया गया। प्राणायाम सत्र में भस्त्रिका, कपालभाति एवम बाह्य प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया।
उन्होंने बताया कि ये सभी आसन और प्राणायाम पेट के सभी अंगों को सुदृढ़ करने के साथ साथ मूत्र रोग, धातु रोग, नपुंसकता एवम बांझपन को दूर करने में सहायक हैं। उन्होंने बताया कि सूर्यनमस्कार पूर्ण व्यायाम है जिसका नियमित अभ्यास मानव शरीर के सम्पूर्ण संस्थानों को आरोग्य एवम शक्ति प्रदान करता है।
आयुष विभाग के योग विशेषज्ञ तथा हरियाणा योग आयोग के नोडल अधिकारी डॉक्टर अमित पुंज ने अष्टांग योग के सातवें स्तम्भ *ध्यान* पर विशेष चर्चा की। उन्होंने बताया कि जीवन की सर्वाधिक महान कला ध्यान है।
जीवन की वह अवस्था जिसे स्वयं अनुभव किया जा सकता है परंतु किसी के साथ इस अनुभव को शेयर नही किया जा सकता। उन्होंने बताया कि ध्यान का पौधा जिस मिट्टी में लगता है वह है हमारा प्रतिदिन का जीवन इसकी पीड़ा इसका संघर्ष और खुशी के गिने चुने क्षण।
एक ध्यानी मन को अपने ध्यान की शुरुआत यहीं से करनी चाहिए और इसमें व्यवस्था लाकर एक अंनत यात्रा पर निकल पड़ना चाहिए। इस तरह ध्यान को जीवन की परिपूर्णता कह सकते हैं।
महिला जिला सोशल मीडिया प्रभारी श्रीमती राज अरोड़ा ने बताया कि इस सहयोग शिक्षक शिविर में 35 योग साधिकाएं भाग ले रही हैं जिनमें अधिकतर कनिका पब्लिक स्कूल की अध्यापिकाएं हैं।
इस अवसर पर सोमनाथ अरोड़ा, डॉ अमित पुंज, श्रीमती राज अरोड़ा, जसप्रीत अरोड़ा, सुनील, वीना,, सुमन, सोनम, मुनेश, पूनम, उर्मिला, ईशा, कुसुम, सोनिया , गीतू, कोमल, खुश्बू, आर्यन, बबिता इत्यादि उपस्थित रहे।