November 17, 2024
करनाल/भव्या नारंग: दो दिवसीय जापानी पैनल थियेटर वर्कशॉप का आज विधिवत समापन किया गया व इसमें भाग लेने वाले सभी अध्यापिकाओं को विशेष प्रशस्ति व प्रतिभागिता सर्टिफ़िकेट देकर सम्मानित किया गया।
नेशनल इंटीग्रेटेड फोरम ऑफ़ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस द्वारा आयोजित इस पैनल थियेटर वर्कशॉप में करनाल के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों को इस जापानी शिक्षा पद्धति की जानकारी दी गई व इसकी बारीकियों को समझाया गया। शिक्षा को दो तरफ़ा संचार के रूप में मज़ेदार ढंग से सिखाने वाली इस प्रसिद्ध जापानी तकनीक को सीखने वाले सभी अध्यापकों के आज 6 ग्रुप बनाये गये व हर ग्रुप को किसी न किसी विषय पर कहानी बनाकर पात्रों के माध्यम से पैनल बोर्ड पर प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ परफ़ेक्ट आर्ट्स की अध्यक्षा इतिसुकों फ़ूजीमोतो नंदी, जापानी पैनल थियेटर तकनीक विशेषज्ञ मसायो तनाका व उनके सहयोगियों मियूकी तनाका व मिडोरी योकोयामा ने जापान से लाये गये विशेष पी पेपर से कहानी के पात्र बनाने व उनमे रंग भरने की कला सिखाई व साथ ही यह बताया कि कैसे हम बच्चों को भारी भरकम लगने वाले किसी भी विषय को एक नाटक के रूप में पैनल बोर्ड की मदद से म्यूजिक के साथ समझा सकते हैं।
बच्चों को रट्टू तोता बनने से बचाने वाली जापानी शिक्षा तकनीक पैनल थियेटर की दो दिवसीय कार्यशाला में आज जापान से आये दल ने सभी प्रतिभागियों द्वारा तन्मयता व मेहनत से इस तकनीक के हर पहलू को सीखने व समझने के लिए उनका धन्यवाद किया। निफा के संस्थापक अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया कि वो पहली बार जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी के निमंत्रण पर व भारत सरकार की संस्तुति पर सामुदायिक विकास कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 2007 में जापान गये थे व तब से जापान के साथ अनेक सांस्कृतिक आदान प्रदान के कार्य कर चुके हैं। निफा के माध्यम से आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य भी जापान की एक अच्छी शिक्षा तकनीक से अपने देश के शिक्षा जगत को अवगत करवाना है ताकि यहाँ भी इसका लाभ उठाया जा सके।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए शिक्षाविद जसवंत रेडू ने कहा कि कार्यशाला में प्रदर्शित तकनीक मानवीय संवेदनाओं पर आधारित है और मानव को केवल मशीन बनकर सफ़ल होने की बजाय अध्यापक व विद्यार्थी के मध्य संचार को बढ़ावा देती है। निफा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना ने भी इस अवसर पर संबोधित किया व जापान की शिक्षा तकनीक को सीखने पर सभी टीचर्स को बधाई दी। कार्यशाला के सफल आयोजन में स्वैच्छिक सहयोग करने पर हितेश गुप्ता, मनिंदर सिंह, सतिंदर मोहन, डॉ भारती भारद्वाज, आदया, राजीव नटराज, नवनीत सिंह, जगतार सिंह, मुकुल गुप्ता, संचिता मंडल आदि को भी विशेष प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
दो दिवसीय जापानी पैनल थियेटर वर्कशॉप में करनाल ज़िला से टैगोर बाल निकेतन सीनियर् सेकेंडरी स्कूल, गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल करनाल, नरसिंह दास पब्लिक स्कूल तरावड़ी, डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल इंद्री, ओपीएस विद्या मंदिर सेक्टर 13, माउंट लिटरा ज़ी स्कूल, प्रताप पब्लिक स्कूल तरावड़ी, संत निक्का सिंह पब्लिक स्कूल करनाल, बाबा राम दास विद्यापीठ कुंजपुरा, राजकुल स्कूल, एलटीटीएम पब्लिक स्कूल घ्रौंडा, मून स्टार पब्लिक स्कूल, एसबीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल करनाल, निशान पब्लिक स्कूल, संत निक्का सिंह पब्लिक स्कूल ज़रीफ़ा फ़ार्म के टीचरों के साथ साथ दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष स्कूल चला रही तपन रिहबिल्ट्स्शन सोसायटी के काउन्सेलर ने भी हिस्सा लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.