November 16, 2024

करनाल/कीर्ति कथूरिया :  दयाल सिंह पब्लिक स्कूल दयाल सिंह कॉलोनी करनाल के सभागार में प्रमाण पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि डॉक्टर वैशाली शर्मा इस अतिरिक्त उपायुक्त करनाल, विशिष्ट अतिथि संजय बठला ओएसडी मुख्यमंत्री, कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर राजवीर सिंह गुलिया महाप्रबंधक दयाल सिंह कॉलेज ट्रस्ट सोसायटी, विद्यालय की प्राचार्या सुषमा देवगन ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

विज्ञान के क्षेत्र में जो अनवरत खोज, आविष्कार हो रहे हैं सब वैज्ञानिकों की मेहनत का फल है। ये शब्द दयाल सिंह पब्लिक स्कूल दयाल सिंह कॉलोनी करनाल के सभागार में मुख्य अतिथि डॉक्टर वैशाली शर्मा आईएएस,अतिरिक्त उपायुक्त करनाल ने बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करते हुए कहे।

उन्होंने प्रिंसिपल सुषमा देवगन व शिक्षिका डॉ कावेरी चौहान एवम् होनहार विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में ऐसे महान वैज्ञानिक हुए हैं जैसे विक्रम साराभाई, चंद्रशेखर वेंकटरमन, विक्रम साराभाई आदि जिन्होंने विश्वपटल पर भारत के प्रति नजरिये को बदल दिया और चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग भी इसका प्रमाण है।

दयाल सिंह पब्लिक स्कूल, दयाल सिंह कॉलोनी, करनाल के 86 छात्र-छात्राओं ने अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय खोज सहयोग (IASC) द्वारा आयोजित क्षुद्रग्रह खोज अभियान में हिस्सा लेकर क्षुद्रग्रहों की खोज की। जिसमें दयाल सिंह पब्लिक स्कूल, डीएससी करनाल के 86 छात्र-छात्राओं की टीमों ने प्राचार्या सुषमा देवगन और यंग साइंटिस्ट 2016 विजेता डॉ कावेरी चौहान के नेतृत्व में इस प्रकल्प में भाग लिया। टीम ‘आर्यभट्ट’ और टीम ‘सी वी रमण’ की दीक्षा और गरिमा ने 3-3 प्रारंभिक क्षुद्रग्रहों की खोज की है।

अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय खोज सहयोग (IASC) ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है। स्कूल के छात्रों ने परिभ्रमण करने वाले प्रारंभिक क्षुद्रग्रहों की खोज करने में सफलता हासिल की है और करनाल का गौरव बढ़ाया है।

प्रारंभिक क्षुद्रग्रहों की खोज के बाद अब अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय खोज सहयोग (IASC) इसकी कक्षा के संबंध में रिसर्च करेगा और रिसर्च के बाद यह छात्र अपने नाम से इन प्रारंभिक क्षुद्रग्रहों को रजिस्टर करवा पाएंगे। अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय खोज सहयोग (IASC) के डॉ. जोरज सलाजर ने इन छात्र-छात्राओं की खोज पर वीडियो कांफ्रेंस से बधाई दी और बच्चों का उत्साह वर्धन किया।

गौरतलब है कि IASC द्वारा प्रारंभिक क्षुद्रग्रह खोज अभियान में भारत के सी बी देवगन मेमोरियल एस्टेरॉयड सर्च कैंपेन में अनेक टीम भाग ले रही हैं। जिसमें से 3 टीमें दयाल सिंह पब्लिक स्कूल, दयाल सिंह कॉलोनी, करनाल की थीं।

इस कैंपेन के प्रतिभागियों द्वारा मई से अब तक कुल 8 प्रारंभिक क्षुद्रग्रह दयाल सिंह पब्लिक स्कूल के छात्रों द्वारा खोजे गए हैं। इस खोज के बाद से सभी छात्र-छात्राओं को लोगों की शुभकामनाएं मिल रही है। कॉलोनी स्कूल की मु्ख्य jअध्यापिका प्रिया कपूर सहित स्टाफ एवम् बच्चे उपस्थित रहे।

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