करनाल, 6 Dec: करनाल जिले के सगोही गाँव के पिता-पुत्र की किसान जोड़ी ने अपनी नवाचारी खेती के माध्यम से एक अनूठी पहल की है। इन्होंने रंग-बिरंगी शिमला मिर्च की खेती अपनाकर न केवल अच्छी कमाई की है, बल्कि अन्य किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बने हैं।
पवन नामक इस प्रगतिशील किसान ने बताया कि वे नेट हाउस में खेती कर रहे हैं, जिसमें खीरे के साथ-साथ अब वे रंग-बिरंगी शिमला मिर्च भी लगा रहे हैं। उन्हें इस खेती से प्रति नेट हाउस लगभग 5 लाख रुपए का फायदा हो रहा है, जो रेट सही रहने पर 10 लाख रुपए से अधिक भी हो सकता है।
उन्होंने बताया कि रंग-बिरंगी शिमला मिर्च की बाजार में अच्छी मांग है और इसके दाम भी बहुत अच्छे मिलते हैं। इस खेती को ड्रिप इरिगेशन से किया जाता है और इसमें खाद आदि की भी कम आवश्यकता होती है। इस खेती से उन्हें न केवल अच्छी आय हो रही है, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों की भी बचत हो रही है।
पवन ने अन्य किसानों से आह्वान किया कि वे भी वैज्ञानिक तरीके से नेट हाउस आदि में सब्जियों की खेती करें, जिससे उन्हें भारी मुनाफा होगा। उन्होंने बताया कि सरकार नेट हाउस लगाने पर पहले 65 प्रतिशत सब्सिडी देती थी, जो अब 50 प्रतिशत कर दी गई है।
इस पिता-पुत्र की किसान जोड़ी की सफलता ने दर्शाया है कि तकनीकी विधि से खेती करने पर न केवल आर्थिक उन्नति होती है, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी है। उनकी यह उपलब्धि अन्य किसानों के लिए एक आदर्श उदाहरण बनकर उभरी है।