करनाल/कीर्ति कथूरिया : राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद नैक की तीन सदस्यीय टीम ने दयाल सिंह कॉलेज, करनाल का निरीक्षण किया।नैक टीम के पहले दिन कॉलेज पहुँचने पर कॉलेज गॉवर्निंग कमेटी के अध्यक्ष श्री डी.के. रैना, जनरल सक्रेटेरी वाइस एडमिरल श्री सतीश सोनी और कॉलेज प्राचार्या डॉ. आशिमा गक्खड़ के नेतृत्व में कॉलेज काउंसिल के वरिष्ठ प्रोफेसर ने गुलदस्तों से टीम का स्वागत किया। कॉलेज नैक प्रभारी प्रो संजय शर्मा व आई. क्यू. ए. सी. के संयोजक प्रो सुशील गोयल ने कॉलेज परिवार से नैक टीम के सदस्यों का परिचय करवाया।
नैक टीम की अध्यक्षा कुलपति, बेरहामपुर विश्वविद्यालय, उड़ीसा से डॉ गीतांजलि दास और अन्य सदस्यों में टीम संयोजक दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय, दिल्ली से डॉ. सुधीर वारकर व विश्वेश्वर तकनीकी विश्वविद्यालय पी. जी. सेंटर, मैसूर, कर्नाटक की डॉ. टी. पी. रेणुका मूर्ति की टीम ने पहले दिन कॉलेज की प्राचार्या डॉ आशिमा गक्खड़ द्वारा प्रस्तुत पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन देखा। जिसमें कॉलेज प्राचार्या ने विगत वर्षों की विभिन्न गतिविधियों, उपलब्धियों और कॉलेज की आधारभूत संरचना का विवरण दिया।
इसके बाद पीयर टीम ने आंतरिक गुणवत्ता और आश्वासन प्रकोष्ठ के संयोजक प्रो सुशील गोयल और उनके विभिन्न प्रभारियों के साथ दस्तावेज का निरीक्षण किया। कॉलेज की पिछले पाँच सालों की गतिविधियों की समीक्षा कर विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का मुआयना कर कक्षाओं में जाकर अध्यापन के तरीक़ों की जानकारी भी ली। टीम के सदस्यों द्वारा कॉलेज निरीक्षण के दौरान कॉलेज की आधारभूत संरचना को देखा गया।
विभागों के निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्य कई विभागों के प्रस्तुतीकरण से प्रभावित नज़र आये तो कई विभागों की कमियों की ओर ध्यानाकर्षित कर सुझाव भी दिए। नैक टीम सदस्यों के द्वारा पूछे गए सवालों का विभिन्न विभागों के सदस्यों द्वारा बेबाकी से जवाब दिया गया तथा टीम के सुझावों को प्राथमिकता के आधार पर लागू करने की बात कही।सभी विभागाध्यक्षों ने अपने- अपने विभागों की उपलब्धियाँ, सुविधाओं एवम् गतिविधियों के बारे में पी. पी. टी. के माध्यम से प्रस्तुतियां दी।
इस दौरान टीम ने साथ ही कॉलेज शिक्षक, ग़ैर शिक्षक, पूर्व छात्र- छात्राओं, कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों व उनके माता- पिता से अलग- अलग सत्रों में चर्चा भी की।
एसएसआर में आईक्यूएसी द्वारा दावा की गई गतिविधियों को सत्यापित करने के लिए नैक पीयर टीम ने कॉलेज की एनएसएस इकाइयों द्वारा गोद लिए गए डबरी गांव का दौरा किया। इसके लिए उन्होंने ग्रामीणों और सरपंच से बातचीत की और उनसे गांव में स्वयंसेवकों द्वारा की गई पहल के बारे में पूछा। ग्रामीणों ने उन्हें गांव के विकास के लिए एनएसएस इकाइयों द्वारा संचालित सभी गतिविधियों जैसे चिकित्सा शिविर, वृक्षारोपण अभियान, जागरूकता रैली, स्वच्छता अभियान, वयस्क साक्षरता आदि के बारे में बताया।
सांस्कृतिक गतिविधियों द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।
कॉलेज में प्लेसमेंट और रिसर्च भी देखे गए। पुस्तकालय, जिम सेंटर,खेल मैदान बॉटनीकल गार्डन,एनसीसी, एनएसएस व रेड क्रॉस सोसायटी की गतिविधियों व विभिन्न प्रयोगशालाओं का भी निरीक्षण किया गया। दो दिवसीय निरीक्षण के समापन अवसर पर नैक की प्रतिष्ठित टीम के सदस्यों ने कॉलेज में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।
नैक टीम द्वारा दो दिवसीय निरीक्षण के बाद कॉलेज प्राचार्या डॉ. आशिमा गक्खड़ ने बताया कि यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यू. जी. सी.) की तरफ से राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद एक संस्थान है जो भारत के उच्च शिक्षा के संस्थानों का आकलन तथा प्रत्यायन (मान्यता) का कार्य करती है। नैक टीम किसी भी कॉलेज की गत पाँच वर्षों की गतिविधियों तथा उपलब्धियों के आधार पर ग्रेड प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि हमारे कॉलेज को पहले भी दो बार 2004 और 2017 में नैक द्वारा ‘ए’ ग्रेड प्रदान किया गया था। अब की बार हमें पूरी उम्मीद हैं कि हमें अच्छा ग्रेड़ प्राप्त होगा। उन्होंने कॉलेज के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे सभी स्टाफ़ सदस्यों के अथक प्रयासों से यह संभव हो पाया है।