करनाल कांग्रेस के संयोजक त्रिलोचन सिंह ने फूसगढ़ गौशाला में हुई 50 गायों की मौत के लिए सीए मनोहर लाल, हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन व करनाल नगर निगम आयुक्त को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि गौ माताएं साजिश का शिकार हुई हैं। कांग्रेस मांग करती है कि इस साजिश में शामिल लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो कांगे्रस कार्यकर्ता सडक़ों पर आने को मजबूर होंगे।
मानव सेवा संघ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए त्रिलोचन सिंह ने कहा कि गाय और गीता के नाम पर राजनीति करने वाले लोग गायों की मौत के मामले में चुप्पी साधे बैठे हैं। गाय को पूजा जाता है, लेकिन दुख की बात है कि सीएम सिटी की गौशाला में 50 गाय मौत का शिकार हो गई। त्रिलोचन सिंह ने कहा कि हैरानी की बात है कि गौ सेवा आयोग के चेयरमैन ने तीन सालों में एक बार भी गौ शाला का दौरा नहीं किया।
सीएम भी गौशाला नहीं गए। करनाल नगर निगम के कमिश्नर गायों की मौत होने के पांच दिन निरीक्षण के लिए जाते हैं। मामले पर लीपापोती करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन कांगे्रस कार्यकर्ता ऐसा होने नहीं देंगे।जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने कहा कि गौशाला में कोई स्थाई डाक्टर नहीं है। डीसी रेट पर एक डाक्टर लगाया हुआ है जो शाम को जल्दी घर भाग जाता है।
गौशाला की प्रबंधन कमेटी इस गौशाला में कोई व्यवस्था नहीं कर पा रही। गौशाला के काम को आस फाउंडेशन को ठेके पर देने की बात भी सामने आई है। इसमें घोटाला नजर आता है। दो से तीन महीने पहले ही आस फाउंडेशन के साथ कोन्टेक्ट किया गया था। लेबर और सफाई का काम फाउंडेशन की ओर से किया जाना था, मगर गौशाला की प्रबंधन समिति ने यह काम भी स्वयं करवाया। फाउंडेशन को दिए गए पैसे भी वापस ले लिए गए। गौशाला में करीब एक हजार गाय हैं, जो लगभग एक क्विंटल दूध देती है। चंदा भी बहुत ज्यादा इक्टठा होता है, लेकिन गौशाला में इसका कोई रिकार्ड नहीं रखा गया है।
इस अवसर पर महिला प्रधान उषा तुली ने कहा कि गाय को हम मां के रूप में पूजते हैं। एक साथ 50 गायों की मौत हो जाना बहुत दुख की बात है। युवा प्रधान मनिंद्र शंटी ने कहा कि कांग्रेस के युवा कार्यकर्ता मामले को जोरशोर से उठाएंगे। श्री सनातन धर्मं मंदिर प्रेमनगर के पूर्व प्रधान धर्मपाल कौशिक ने कहा कि गायों का मारा जाना अशुभ है। मामले में सरकार ठोस कार्रवाई करे। इस अवसर पर सुनहरा राम वाल्मीकि भी मौजूद रहे।