करनाल। किसानों एवं पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान 23 से 25 नवंबर तक राष्ट्रीय डेरी मेले का आयोजन करने जा रहा है। इसमें पशुपालकों को जहां अपने पशुओं की उत्कृष्टता दिखाने का मौका मिलेगा, वहीं कृषि संबंधी आधुनिक तकनीकों की जानने का अवसर भी मिलेगा। जिससे किसानों को काफी फायदा होगा।
एनडीआरआई के निदेशक डा. आरआरबी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कई वर्षो से डेरी मेले का आायोजन फरवरी माह में किया जाता रहा है, लेकिन इस बार संस्थान ने नई पहल करते हुए इसे नवंबर माह की 23 से 25 तारीख को आयोजित करने का फैसला लिया है। इस तीन दिवसीय मेले में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, दिल्ली तथा यूवी सहित कई राज्यों के किसान अपने पशुओं के साथ भाग लेने के लिए आते हैं और संस्थान उन्हें पशुओं की उत्कृष्टा दिखाने का मौका प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि डेरी मेले का मुख्य उद्ेश्य पशुपालन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुणी करना का सपना है, जिसे साकार करने में पशुपालन अहम भूमिका निभा सकता है।
डा. सिंह ने बताया कि इस तीन दिवसीय मेले में विभिन्न श्रेणियों में अधिक दुग्ध देने की प्रतियोगिता, सौंदर्य प्रतियोगिता जैसी अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। जिसमें किसान अपने देशी व शंकर नस्ल के गाय/भैंस, बछडिय़ां, सांड और झोटे लेकर आ सकता है। उन्होंने बताया कि मेले में एक प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिसमें विभिन्न टेक्नोलोजीज, फीड प्रोसेसिंग, डेरी प्रोडक्टस, पशु स्वास्थ्य, मशीनरीज, बागवानी, मत्स्य सहित सैंकड़ों स्टाल लगाए जाएंगे। 24 नवंबर को किसान संगोष्ठी का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें कृषि एवं पशुपालन में सामने आ रही समस्याओं पर विचार विमर्श किया जाएगा। डा. सिंह ने किसानों एवं पशुपालकों से आह्वान किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में मेले में भाग लें और कृषि एवं पशुपालन से संबंधित आधुनिक तकनीकों के बारे में जाने।