कृषि के क्षेत्र में महिलाओं का योगदान सराहनीय क्योंकि महिलाएं बढ़-चढ़कर मिश्रित खेती, पशु पालन,डेयरी उद्योग,बागवानी या मौन पालन तथा कृषि के नए आयामों को अपना रही हैं और उन्होंने हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है उपरोक्त सन्देश यहाँ राष्ट्रीय डेरी अनुसन्धान संसथान स्तिथ कृषि विज्ञानं केंद्र के अध्यक्ष डॉ दलीप गोसाईं ने मेरठ उत्तर प्रदेश से आयी ग्रामीण महिलाओं के साथ साँजा किये.
उन्होंने कहा की घर के काम के साथ परिवार के पालन पोषण और कृषि तथा पशु पालन जो की मिश्रित खेती का अभिन अंग है में प्रत्येक महिला प्रति दिन कितने घंटे काम करती हैं इसकी हम सरहाना करते हैं और उन्हें महिला किसान दिवस के अवसर पर नमन करते हैं .
डॉ गोसाईं ने बल देते हुए खा की महिलाएं कृषि ,पशु पालन तथा नये संबधित आयामों में नवीनतम तकनीकों का अनुसरण करें ताकि इन क्षेत्रों में वह पैदावारी बड़ा कर लाभ कमा सके और स्वालंभि बने. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रो में सब्जिओं के खेती पर बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा की इसके चलते महिलाओं को अतिरिक्त रोजगार और धन लाभ होगा .
केंद्र के डॉ सत्यपाल मुख्य तकनिकी अधियकारी ने ए हुए दल की महिलाओं को पशु पालन पर वैज्ञानिक जानकारी दी.