करनाल। अनथक मेहनत, सच्ची लग्न, और एकलक्ष्य इरादे के बल पर प्रिसिंपल इन्कम टैक्स कमिशनर के पद पर पदोन्न्त हुए देवेंद्र कल्याण की पोस्टिंग पीआरसीसीआईटी बरेली (उत्तर प्रदेश ) हो गई है। कोविड माहौल के चलते पांच माह के बाद उनकी पोस्टिंग बरेली हुई है। करनाल इन्कम टैक्स कमिशनर अपील कार्यालय से आज उन्हें भावभीनी सादगीपूर्ण विदाई दी गई।
खेल के मैदान से लेकर कॉलेज के प्रधान पद के सफर के बाद प्रशासनिक सेवा में अपनी काबिलियत का अचूक लोहा मनवाने वाले देवेंद्र कल्याण अपनी नई पारी को बखूबी अंजाम देने के लिए दिल-ओ-दिमाग से तैयार हैं। कल्याण अपने कॅरियर की सफलता का सबसे बड़ा श्रेय अपने स्वर्गीय पिता चौधरी देवी सिंह कल्याण और माता श्रीमति प्रेम कल्याण को देते हुए कहते हैं कि मेरे माता पिता ने हमेशा मुझे सिविल सर्विसेज के प्रति प्रेरित किया, उन्होंने मुझे मार्गदर्शन दिया और मैने पूरी मेहनत व ईमानदारी से उस पर चलने की कोशिश की और उनके आशीर्वाद से बिना रुके आगे बढ़ता चला गया। कल्याण के परिवार में पत्नि डा. सुनीता कल्याण, बेटा तुषार और बेटी तनिशा हैं।
20 मार्च 2021 यानी आज से पांच माह पहले कल्याण करनाल इन्कम टैक्स कमिश्नर अपील से पदोन्नत होकर प्रिसिंपल कमिश्रनर इन्कम टैक्स हो गए थे, लेकिन पांच माह तक कोविड माहौल के कारण उनकी पोस्टिंग के आर्डर नहीं आए, इस दौरान उन्होंने करनाल व लुधियाना इन्कम टैक्स कमिशनर कार्यालय अपील का चार्ज संभाले रखा और अपनी नई पोस्टिंग का भी इंतजार करते रहे।
बरेली नई पोस्टिंग की खबर के बाद उन्हें बधाइयां व शुभकामनाएं देने वालों में हरियाणा के अलावा बरेली के भी पुराने व अजीज मित्र शुमार हुए। तीसरी कक्षा से न्यूज पेपर रीडिंग की गहरी आदत के कारण देवेंद्र कल्याण सन 1990 बैच के आईआरएस बने। प्रशिक्षण के बाद 1992 में वे आईआरएस नियुक्त हुए और सन 2001 तक उन्होंने कई स्तरों पर कार्य किया। इससे पहले सन 1988 में वे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बैंक ऑफिसर के रूप में भी कार्यरत रहे।
सन 2001 में वे प्रमोट होकर फरीदाबाद, गुड़गांव,हिसार व पंचकूला में बतौर एडिशनल कमिशनर के रूप में कार्यरत रहने के साथ साथ डिपार्टमेंट के कंप्यूराइजेशन में भी इन्वोलव रहे।
सन 2012 में देवेंद्र कल्याण प्रमोट होकर अहमदाबाद कमिशनर नियुक्त हुए, इसके बाद वे गुड़गांव में कार्यरत रहे। सन 2020 में उन्होंने करनाल में इन्कम टैक्स कमिशनर अपील के रूप में ज्वाइन किया और पांच माह पहले पदोन्नत होने के बाद भी वर्तमान समय तक करनाल के साथ साथ उनके पास लुधियाना का भी अतिरिक्त चार्ज रहा।
अपने बाल्यकाल में करनाल के कांवेंट स्कूल के बाद वे दिल्ली पब्लिक स्कूल दिल्ली में पढ़े और वहां डिस्कस थ्रो आल इंडिया स्कूल चेंपियन का खिताब अपने नाम किया, वे शॉटपुट के जबरदस्त खिलाड़ी हैं। बाद में श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से 1985-86 में बीकॉम ऑनर्स के दौरान उन्हें बेस्ट ऑल राउंड स्टूडेंट घोषित किया गया।
श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में वे स्टूडेंट यूनियन के प्रधान भी रहे। कल्याण को महिला सशक्तिकरण और स्किल डिवलेपमेंट के क्षेत्र में अनूठे योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने एमबीए मैनेजमेंट डिवलपमेंट इस्टीटयूट गुड़गांव से की। जीवन के प्रति उनका बहुत सकारात्मक रवैया है और कर्म व अदब में उनका गहरा यकीन है।