(मालक सिंह) पुलिस अधीक्षक करनाल श्री जषनदीप सिंह रंधावा भा.पु.से. द्वारा कैथल रोड़ स्थित नई पुलिस लाईन करनाल में अपराधों की समीक्षा के लिए अपराधिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें जिला करनाल के सभी उप-पुलिस अधीक्षक व प्रबंधक थाना और चौकी इन्चार्ज मौजुद रहे।
मिटींग के दौरान एस.पी. साहब ने सभी अधिकारीयों को डिजिटल करण को अपना कर सी.एम. विंडो और हरसमय वैबसाइट से आने वाली सिकायतों को प्राथमिक आधार पर लेकर कार्य करने के आदेश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा की सभी प्रबंधक थाना अपने-अपने थाना क्षेत्रों में मुख्य रूप से शहर, कस्बों और बाजारों में सी.सी.टी.वी. कैमरों का एक डाटा बेस तैयार कर, उसे फोलो करें। ताकि अपराधों को रोका जा सके व अपराधीयों को आसानी से पकड़ा जा सके। त्यौंहारों का सीजन चल रहा है, जिससे बाजारों में काफी भीड़ है और अपराधीक प्रवृति का व्यक्ति इस भीड़ का फायदा उठा कर अपराधीक घटना को अंजाम देकर वहां से बच निकलने का प्रयास करता है। लेकिन इस अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि सी.सी.टी.वी. कैमरे की मदद से उस अपराधी को धर दबोचा जाएगा। सभी प्रबंधक थाना प्रतिदिन अपना एक समय सुनिष्चित करें जिस समय पर केवल पब्लिक से मिटिंग करेगें और उनकी षिकायतें सुनेगें। अपने क्षेत्र की पी.सी.आर. व राईडरों को भी समय-समय पर चैक करेगें और उन्हें सही ढंग से डयुटी के लिए प्रेरित करेगें।
पुलिस कप्तान ने बताया कि 1,नवंबर से थानों में मित्र कक्ष शुरू हो जाएगा, जो शिकायतकर्ता की पूरी मदद करेगा जैसे उसे अपनी शिकायत के संबंध में किससे मिलना है व किस प्रकार वह अपनी शिकायत थाना में दर्ज करवा सकता है इत्यादि। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी प्रबंधक थाना अपने-अपने थाना के अनुसंधान अधिकारीयों को बताएगें कि किसी मामले में अनुसंधान के दौरान होने वाले खर्च के बारे में चिंता न करें, क्योंकि अब विभाग ने इसका हल निकाल दिया है और वे अपने इस खर्च का बिल अकाउंट ब्रांच में देकर अपने खर्च हुए पैसे प्राप्त कर सकता है। विभाग द्वारा यह कदम इसलिए उठाया गया है, ताकि पैसे के खर्च को लेकर अनुसंधान अधिकारी के कार्य में कोई बाधा न आए और व अपना कार्य उचित प्रकार से कर सके।