कृष्ण कृपा धाम में स्वामी ज्ञानानंद महाराज द्वारा सफाई कर्मचारियों को मेडिकल किट की गई वितरित , करनाल वासियों के लिए महाराज जी द्वारा एक एम्बुलेंस भी की गई भेंट ,देखें Live – Share Video
करनाल श्री कृष्ण कृपा धाम सेक्टर 9 में सेवा और सम्मान कार्यक्रम गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के सानिध्य में किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा सफाई कर्मियों को मेडिकल उपक्रम व अन्य जरूरी सामान की किट भेंट की गई। जियो गीता परिवार की ओर से स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने जनता को एक एंबुलेंस भेंट की।
उनके साथ सांसद संजय भाटिया, मेयर रेणु बाला गुप्ता, विधायक हरविंद्र कल्याण, कल्पना चावला मेडिकल कालेज के निदेशक डा. जगदीश चंद्र दुरेजा, सीएमओ डा. योगेश, सीएम के विधानसभा करनाल प्रतिनिधि संजय बठला व भाजपा जिला प्रधान योगेंद्र राणा मौजूद रहे। कोरोना से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए सर्व समाज के लोगों के लिए दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि कोरोना संकटकाल में समाज को बड़ी क्षति हुई है।
देश में आम जन के साथ-साथ बड़ी शख्सियतों को कोरोना हमसे छीन कर ले गया है। कोरोन महामारी ने दुनिया को हिला कर रख दिया है। कोरोना की दूसरी लहर का असर भारत में सबसे ज्यादा हुआ है। कोरोना पर विजय प्राप्त करने के लिए हम सबको मिलजुल कर काम करना है। निष्काम भाव से सेवा कार्य करें और हर समय ईश्वर से यही प्रार्थना करें कि कोरोना को दुनिया से नष्ट कर दें।
इस अवसर पर नगर निगम के संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह, पार्षद मुकेश अरोड़ा, ईश गुलाटी, वीर विक्रम कुमार, मेघा भंडारी, जोगिंद्र शर्मा, रजनी परोचा, गिन्नी विर्क, मोनू शर्मा, बृज गुप्ता, रमेश मिड्ढा, सुनील मदान, राजकुमार गोयल, भारत भूषण कपूर, विनीत खेड़ा, कपिल अत्रेजा, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सचिव मदन छाबड़ा, सदस्य विजय नरूला व राजेश शांडिल्य मौजूद रहे।
अध्यात्म बल प्रताप से कोरोना से जीतेंगे जंग
स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि कोरोना से पूरा देश कष्ट में है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में कोरोना महामारी का संक्रमण काफी कम हुआ है। यह सब अध्यात्म बल प्रताप से हुआ है।
ईश्वर की कृपा सेवा भावी संस्थाएं निरंतर कार्य कर रही हैं। अनुष्ठानों और हवन यज्ञ का दौर जारी है। भारतीय सनातन परंपरा गौरवमयी है। सनातन धर्म से जुड़ी संस्थाएं भी कोरोना से निपटने के लिए अग्रणीय भूमिका में हैं।
कुंभ से कोरोना नहीं दुआएं मिली
स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि यह गलत प्रचार किया गया कि कुंभ से कोरोना फैल सकता है। उन्होंने कहा कि कुंभ के दौरान वह स्वयं हरिद्वार में थे। साधु संत निरंतर इसी चिंतन में थे कि कोरोना महामारी पर विजय कैसे पाई जाए।
अलग-अलग धर्मशालाओं व मंदिरों में अनुष्ठान और मंदिरों में हवन यज्ञ किए। कुंभ से कोरोना नहीं बल्कि दुआएं निकली हैं, जिसका असर अब देखने को मिल रहा है।