करनाल : कोरोना से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए उत्तर भारत का जाना-माना शिक्षण संस्थान जेनिसिस क्लासिस मदद के लिए आगे आया है। संस्थान इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोरोना से प्रभावित परिवारों के चयनित विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा देगा। जेनेसिस क्लासिस के डायरेक्टर जितेन्द्र सिंह व नवनीत कलहण ने बताया कि ऐसे परिवार जिनके मुखिया का कोरोना के चलते निधन हो गया।
घर में कोई कमाने वाला नहीं रहा ओर परिवारों के विद्यार्थी पढऩे में रूचि रखते है तो उनकी पढ़ाई में बाधा नहीं आने दी जाएगी। जितेन्द्र सिंह ने कहा कि ऐसे अभाव ग्रस्त परिवार के बच्चों की जेनिसिस शिक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी लेगा। इन्हें निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। यही नहीं बच्चों के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की संस्थान द्वारा की जाएगी। जेनिसिस का हमेशा से यही उद्देश्य रहा है कि किसी भी विद्यार्थी की पढ़ाई धन के अभाव में प्रभावित न हो।
इससे पहले जेनिसिस ने कई निर्धन परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी है। इससे बच्चों के भविष्य को नई दिशा मिलेगी। जिन्होंने अपनो को खो दिया। कोरोना की भेंट कई लोग चढ़ गए। जिनके परिवार में बच्चे अभाव ग्रस्त हो गए।
कैरिअर ओर केयर के लिए हरं संभव कोशिश करेगा जेनिसिस : जेनिसिस ने कोरोना काल में एक अनुठी पहल की है। कोरोना से प्रभावित परिवारों के बच्चों के कैरिअर को बनाने के लिए जेनिसिस सबसे आगे आया है। जितेन्द्र सिंह व नवनीत कल्हण का कहना है कि कैरिअर और केयर की जिम्मेदारी जेनिसिस की है।
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से कोई भी बच्चा वंचित न रहे क्योंकि उसके पास पैसा नहीं है। उसने अपनो को कोरोना में खो दिया। जेनिसिस की इस पहल से उन परिवारों को काफी राहत मिलेगी। जिन्होंने कमाने वालों को कोविड के चलते खो दिया और उनके घर में यहां कमाने वाला नहीं है।
कोरोना से प्रभावित परिवरों की सहायता के लिए आगे आया जेनिसिस क्लासिस
मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के लिए निशुल्क करवाएगा तैयारी
करनाल : कोरोना से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए उत्तर भारत का जाना-माना शिक्षण संस्थान जेनिसिस क्लासिस मदद के लिए आगे आया है। संस्थान इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोरोना से प्रभावित परिवारों के चयनित विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा देगा।
जेनेसिस क्लासिस के डायरेक्टर जितेन्द्र सिंह व नवनीत कलहण ने बताया कि ऐसे परिवार जिनके मुखिया का कोरोना के चलते निधन हो गया। घर में कोई कमाने वाला नहीं रहा ओर परिवारों के विद्यार्थी पढऩे में रूचि रखते है तो उनकी पढ़ाई में बाधा नहीं आने दी जाएगी। जितेन्द्र सिंह ने कहा कि ऐसे अभाव ग्रस्त परिवार के बच्चों की जेनिसिस शिक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी लेगा।
इन्हें निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। यही नहीं बच्चों के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की संस्थान द्वारा की जाएगी। जेनिसिस का हमेशा से यही उद्देश्य रहा है कि किसी भी विद्यार्थी की पढ़ाई धन के अभाव में प्रभावित न हो। इससे पहले जेनिसिस ने कई निर्धन परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी है।
इससे बच्चों के भविष्य को नई दिशा मिलेगी। जिन्होंने अपनो को खो दिया। कोरोना की भेंट कई लोग चढ़ गए। जिनके परिवार में बच्चे अभाव ग्रस्त हो गए।
कैरिअर ओर केयर के लिए हरं संभव कोशिश करेगा जेनिसिस : जेनिसिस ने कोरोना काल में एक अनुठी पहल की है। कोरोना से प्रभावित परिवारों के बच्चों के कैरिअर को बनाने के लिए जेनिसिस सबसे आगे आया है। जितेन्द्र सिंह व नवनीत कल्हण का कहना है कि कैरिअर और केयर की जिम्मेदारी जेनिसिस की है।
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से कोई भी बच्चा वंचित न रहे क्योंकि उसके पास पैसा नहीं है। उसने अपनो को कोरोना में खो दिया। जेनिसिस की इस पहल से उन परिवारों को काफी राहत मिलेगी। जिन्होंने कमाने वालों को कोविड के चलते खो दिया और उनके घर में यहां कमाने वाला नहीं है।