करनाल: घरौंडा से भाजपा विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा है कि वर्तमान समय में तीनों कृषि कानूनो को गहरे से समझने की जरूरत है लेकिन कांग्रेस कृषि कानूनों पर राजनीति करके किसानों को अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए बरगला रही है।
वर्तमान समय की मांग इन कानूनों को समझना है लेकिन अफसोस की बात है कि इसे समझा नहीं जा रहा और यदि किसान समझने को तैयार होते हैँ तो उन्हें समझने नहीं दिया जा रहा बल्कि मुद्दाविहीन विपक्षी दल इस मुद्दे पर राजनीति कर किसानों के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं।
कांग्रेस को स्पष्टीकरण देने की जरूरत है कि जिन कृषि सुधार कानूनों को लागू करने का भरोसा अपने घोषणा पत्र में लिखकर दिया था, आज वही कृषि कानून किसानों के अहित में कैसे हो गए?
घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि असल किसान कृषि कानूनों के मायने को बहुत अच्छे से समझना चाहते हैं, वे कभी किसी पर लाठियां डंडे नहीं बरसाते, ये काम तो शरारती तत्व ही करते हैं जैसे कि पिछले दिनों कुछ शरारती तत्वों से एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के आगमन पर जुटी हजारों ग्रामीण किसानों की भीड़ हजम नहीं हुई, वहां उन्होंने बुजुर्गों, महिलाओं पर लाठी, डंडों , हथियारों से हमला कर व्यवधान डाला। कल्याण ने कहा कि नए कानूनों से किसानों को अपनी फसल बेचने का नया प्लेटफॉर्म मिला है ।
सच तो यह है कि तीन कृषि कानूनों के माध्यम से प्रधानमंत्री ने किसान की दशा व दिशा बदलने का ठोस कदम उठाया है जो कि हमारे देश के किसान के हित में समय की मांग है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में किसानों के खाते में सीधे 6 हजार रुपए आए हैं। भाजपा सरकार किसानों के लिए फसल बीमा लेकर आई ।
सरकार किसानों से कह चुकी है कि मंडी यूं ही चलेगी और एमएसपी यूं ही आएगा, किसानों को कतई नुकसान नहीं होगा। हरियाणा के किसान इन सभी किसान हितैषी योजनाओं को बारीकी से समझना चाहते हैं लेकिन विपक्षी दल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए लगातार किसानों को गुमराह कर रहे हैं जो कि ना तो किसान हित में है और ना ही देशहित में।