आस फाऊंडेशन ने नगर निगम करनाल पर भ्रष्टाचार के आरोपो कि झडी लगा दी है आस फाऊंडेशन के सदस्यों ने करनाल कल्ब मे प्रैसवार्ता कर नगर निगम पर कई खुलासे किए, आस फाऊंडेशन के अध्यक्ष दीपक मेहरा ने कई मुद्दो पर नगर निगम से आरटीआई के जरिए जवाब मांगा था,जवाब से नगर निगम मे अनियमितताओ का खुलासा हुआ, दीपक मेहरा ने बताया कि उन्होने नगर निगम से आवारा कुत्तो के नसबंदी संबंधित जानकारी मांगी थी नगर निगम ने जवाब मे 6627 कुत्तो कि नसबंदी का विवरण दिया ओर जब उनकी पहचान संबधित सवाल किया तो निगम ने नसबंधित कुत्तो के कान पर v निशान होने कि बात कही जबकि शहर मे किसी भी कुत्ते पर किसी तरह का कोई निशान मौजूद नही है दीपक ने कहा कि आवारा कुत्तो कि आबादी कैसे बढ गई, कुत्तो से जनता परेशान है बच्चे बाहर खेल तक नही सकते, दयालपुरा मोहल्ले ने कुछ दिन पहले इस पर प्रदर्शन भी किया था,आस उपाध्यक्ष रानी कम्बोज ने बताया कि आरटीआई से पता लगा कि सांझा साईकिल के लिए नगर निगम ने जो जगह आबंटित कि उसके लिए न तो कभी कोई टैंडर जारी किया गया ओर न ही किसी को दिया गया जोकी पुरी तरह नियमों का उलंघन है सरकारी जमीन पर नियमो से खिलवाड़ कर अपने चहेतो का जमीन आबंटित कर दी गई जबकि सांझी साइकल स्कीम भी पुरी तरह फ्लाप साबित हुई|
दीपक मेहरा ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए बताया कि नगर निगम द्वारा निर्मित शौचालय पर विज्ञापन का न तो कभी टेंडर जारी हुआ ओर न ही किसी को दिया गया परन्तु सभी शौचालय पर विज्ञापन लगे है जिसके लिए जुर्माना निर्धारित है परन्तु आजतक किसीपर कोई जुर्माना नही लगा, दीपक मेहरा ने अन्य आरटीआई से मिली जानकारी मे बताया कि नगर निगम द्वारा 2 सालो मे 30-35कर्मचारी आउटसोर्सिंग पोलिसी के तहत सेवानिवृत्त व अपने चहेतो को डिसी रेट पर लगाया जबकि इन पदो के लिए किसी तरह के कोई आवेदन नही मांगे गए न ही रोजगार कार्यालय को सुचित किया गया,जबकी माननीय उच्च न्यायलय भी कह चुका है कि सेवानिवृत्त पेंशन के साथ डिसीरेट या सरकारी कांट्रैक्ट पर नही लग सकते, मुख्यमंत्री जहां युवा सक्षम योजना से रोजगार क्रांति कि बात कर रहे है वही नगर निगम सेवानिवृत्त लोगो को नौकरी देकर बेरोजगारी को बढावा दे रहा है इस मौके पर धीरज,रूबी,हरप्रित,हरपाल,मनप्रि त,देव,नेहा,सोनिया आदि मौजूद थी