जेबीटी को ज्वाइनिंग दो के नारे लगाते हुए सरकार से जल्द से जल्द नौकरी देने की गुहार लगाई। गौरतलब है ये शिक्षक तीन महीनों में दूसरी बार आमरण अनशन पर बैठे हैं। इससे पहले जुलाई माह में आमरण अनशन किया गया था। इस दौरान एक अधिकारी ने धरना स्थल पर पहुंचकर शिक्षकों का अनशन खुलवाया था। अधिकारी ने विश्वास दिलाया था कि 15 अगस्त तक सभी शिक्षकों को स्कूलों में भेज दिया जाएगा। लेकिन अधिकारी ने विश्वासघात किया और एक भी शिक्षक को ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने भी शिक्षकों को जल्द नौकरी पर रखने का वादा किया, लेकिन ये वादा भी नहीं निभाया गया। अब शिक्षकों ने फिर से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। महिला शिक्षकों ने दुपट्टा उतार कर फुटपाथ रख दिया है और ऐलान किया कि नौकरी मिलने तक वह दुपट्टा नहीं ओढ़ेगी। मुकेश डिडवानिया और राकेश जांगड़ा ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग ने 1259 परिवारों को प्रताडि़त करने का काम किया है। शिक्षक मानसिक, आर्थिक रूप से परेशान हो चुके हैं। इन नौकरियों पर शिक्षकों का पूरा हक है और वह इसे लेकर रहेंगे।
इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान ओमप्रकाश सिहमार, कृष्ण शर्मा, रोशनलाल, ओमप्रकाश, सुशील गुर्जर और अशोक पांचाल समर्थन देने के लिए पहुंचे। इस मौके पर सत्यवान, सचिन, वीर सिंह, सोनू कुंडू, महेश, पंकज रानी, राज कुमार, सीमा रानी, सुनीता, ऋषिपाल, ब्रह्मप्रकाश, सूरज प्रकाश, कृष्ण, वीरेंद्र, सोनू, सुशील व कुलदीप मौजूद रहे। सीमा की तबियत बिगड़ी अनशन पर बैठी शिक्षिका सीमा की तबियत बिगड़ गई। सीमा का ब्लड प्रैशर हाई हो गया। साथी शिक्षकों ने दवाई लाकर दी। जिसके बाद सीमा की तबियत ठीक हुई।