Live – देखें – Share Video – सोनू सूद ने ढाई साल के बच्चे विराज को दी नई जिंदगी , अलीगढ़ से करनाल पहुँचा परिवार निःशुल्क हुआ ऑपेरशन ,देखें Live – Share News
करनाल में अलीगढ़ से पहुँचे ढाई साल के विराज को सोनू सूद ने दी नई जिंदगी
और मासूम विराज के चेहरे पर लौट आई मुस्कान , सोनू सूद ने दिया ढाई साल के बच्चे काे नया जीवन
बॉलीवुड स्टार सोनू सूद ने एक बार फिर बड़ा उदाहरण पेश किया है। सोनू के प्रयास से ढा़ई साल के बच्चे को नया जीवन मिला है। इसके साथ ही कर्ण नगरी करनाल में आए अलीगढ़ के सुमित के लिए यह बेहद भावुकता भरा समय है।
लंबे इंतजार के बाद अभिनेता सोनू सूद के प्रयासों से करनाल में सुमित के ढाई साल के बेटे विराज की निशुल्क सर्जरी हुई, जो स्पाइनल कॉर्ड से जुड़ी बेहद गंभीर समस्या से जूझ रहा था। इससे मासूम के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। लेकिन, इसके बीच दुखद पहलू यह है कि ठीक उसी पल विराज को लेकर हमेशा चिंतित रहने वाले उसके दादा प्रेम कुमार का अलीगढ़ में निधन हो गया।
पैसे के अभाव में इलाज नहीं हो पाने से बेटे की पीड़ा को देखकर घुटती रही विराज की मां दीपिका इसे अहोई अष्टमी से पहले ईश्वर की कृपा मान रही हैं। अब बच्चा स्वस्थ होने की ओर अग्रसर है। वहीं सोनू सूद का कहना है कि मासूमों की मुस्कान लौटाने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार हैं।
दरअसल, अलीगढ़ का सेठ परिवार कभी खुशहाल था लेकिन वक्त के साथ परिवार की माली हालत बिगड़ती चली गई। परिवार के मुखिया प्रेम कुमार को बिजनेस में बड़ा घाटा हुआ और इसके साथ ही पत्नी को कैंसर हो गया। जमा-पूंजी उनके उपचार में खत्म हो गई। मजबूरन बेटे सुमित को मेडिकल रिप्रेंजेटेटिव की नौकरी छोडऩी पड़ी। घर चलाना बेहद कठिन हो गया।
नौकरी छूटने पर तीन साल से सुमित होलसेल काउंटरों से रिटेल में दवाओं की सप्लाई करके गुजर-बसर कर रहे थे। मगर छोटे बेटे विराज की लगातार बिगड़ती हालत ने उन्हें अलीगढ़ से लेकर दिल्ली तक के अस्पतालों के चक्कर काटने को बाध्य कर दिया। निजी अस्पतालों का खर्च बस से बाहर था तो दिल्ली एम्स में लंबी प्रतीक्षा सूची के चलते निराश लौटना पड़ा।
विराज को मल-मूत्र विसर्जन में दिक्कत आने लगी तो परेशान सुमित ने 10 अक्टूबर को सोनू को ट्वीट करके अपनी दास्तां साझा की। फिर क्या,चंद रोज में ही सोनू ने प्रत्युत्तर में लिखा कि-आपका बेटा अच्छा जीवन जिएगा। तैयार रहें, 28 अक्टूबर को उसकी सर्जरी करनाल के विर्क अस्पताल में होगी।
इसके बाद सुमित सपरिवार करनाल आ गए। यहां सीनियर न्यूरो सर्जन डा. अश्वनी कुमार ने विराज की सफल सर्जरी की लेकिन इस खुशी के बीच सुमित के पिता का देहांत हो गया। सुमित ने बताया कि परिवार पर छाए आर्थिक संकट और विराज की गंभीर स्थिति के कारण पिता डिप्रेशन में थे। वह चाहते थे कि विराज उनकी आंखों के आगे ही स्वस्थ हो जाए लेकिन ऐसा न हो सका। फिर भी उन्हें सुकून है कि गरीब, असहाय परिवारों के लिए फरिश्ते बन चुके सोनू सूद की मदद से बेटे को नई जिंदगी मिल गई। सुमित की पत्नी दीपिका ने भी सोनू सहित उनकी टीम में शामिल गोविंद अग्रवाल, प्रवेश गाबा व विर्क अस्पताल के डायरेक्टर डा. बलबीर विर्क और न्यूरो सर्जन डा. अश्वनी कुमार का दिल से धन्यवाद किया।