करनाल पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भौरिया ने प्रेस नोट के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए बताया कि कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में 03 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया। लॉकडाउन के दौरान कुछ आवश्यक सेवाओं के लिये प्रशासन द्वारा छूट दी गई है। जैसे किरयाना, दवाईयां इत्यादी जिनकी डिलीवरी का प्रबन्धक प्रशासन द्वारा किया गया।
जिसके संबंध में आपको समय-समय पर मिडिया व अखवार के माध्यम से अवगत कराया जाता रहा है। लॉकडाउन के दौरान कुछ गैर जरूरी वस्तुओं की होम डिलीवरी से सम्बन्धित ठगी करने वाले काफी ऑनलाइन गिरोह सक्रिय हो गये हैं। जिन्होने ठगी का एक तरीका शराब की होम डिलीवरी करने का बनाया हुआ है। जो होम डिलीवरी देने की सर्विस के नाम पर सोशल मिडिया पर प्रचार करते हैं। जो आम जनता को शराब की होम डिलीवरी के नाम पर पैसे अपने खाते में ट्रांसफर करा लेते हैं।
पैसे मिलने के बावजूद ग्राहक के पास ना तो शराब पहुचती है ना ही ग्राहक के पैसे वापिस मिलते हैं। इस प्रकार के मामलांे पर करनाल पुलिस साईबर टीम की मदद से पैनी नजर बनाऐ हुए है। जिला वासियों को करनाल पुलिस की तरफ से सचेत किया जाता है कि पुरे राज्य में शराब की बिक्री आदि पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। और इस तरह की कोई भी होम डिलीवरी या बिक्री की सेवाआंे को प्रशासन द्वारा अनुमति नही दी गई है।
पुलिस अधीक्षक ने करनाल वासियों को सचेत करते हुये कहा कि सोशल मिडिया पर शराब डिलीवरी से सम्बन्धित कई फोन नम्बर दिये हुऐ है। कोई भी व्यक्ति इस तरह के झांसे में ना आये। ओैर इस तरह के नम्बर के बारे मे पुलिस को तुरन्त सुचना दे ताकि ऐसे लोगों व गिरोह के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाऐ।
इसके अलावा करनाल पुलिस द्वारा लॉकडाउन के दौरान बिना परमिशन या गैर कानूनी तौर पर शराब बिक्री करने वालो पर कार्यवाही करते हुए 45 मुकदमें दर्ज किये जाकर 55 व्यक्तियों को हिरास्त में लिया गया जिनसे करीब 2536 बोतल शराब वा 360 किलो लाहन बरामद किया जा चुका है।