वातावरण को दूषित होने से बचाने के लिए किसान भाई गेहूं की फसल कटाई के बाद खेतों में खड़े अधिक से अधिक फानों से तुड़ी बनवाएं और शेष वेस्ट को खेतो में ही डालें, उसको आग ना लगाएं। ऐसा करने से जहां जमीन की सेहत खराब होती है, मित्र कीड़े नष्ट हो जाते है, तो दूसरी ओर हवा जहरीली हो जाती है, जो हमारे स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डालती है।
इस संबंध में जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने जिले के किसानों से अपील कर कहा है कि वे फसल को काटने के बाद खेतों में खड़े फानों में आग ना लगाए बल्कि उसकी पशुओं के लिए तुडी बनवाएं और जो शेष अवशेष बचता है, मशीनों से उन्हें खेत की मिट्टी में ही मिलाएं। ऐसी मशीने पूरे जिला में बनाए गए किसान समूह के पास बहुत ही जायज रेट पर लेने के लिए उपलब्ध है।
उपायुक्त ने किसानों से कहा कि जहां भी खेतों में प्राकृतिक कारणों से आगजनी होती है, किसान इसकी सूचना प्रशासन को दें, उस पर तुरंत काबू पाया जाएगा। इसके लिए सभी सचेत रहे और प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान अपने खेत में आगजनी करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।