डीएवी पीजी कॉलेज में युवा एंव सांस्कृतिक विभाग द्वारा प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के प्रथम चरण में सोमवार को रंगोली, पोस्टर मेकिंग, फाइन आर्ट, भाषण, कविता पाठ और क्वीज प्रतियोगिताएं संपन्न हुई।इन प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय के बच्चों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने कहा कि यह प्रतियोगितांए बच्चों के अंदर की प्रतिभा को मंच प्रदान करती है। जिसके माध्यम से विद्यार्थी प्रदर्शन कर स्वंय को एक अच्छे कलाकार के रूप में साबित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो अध्यापक पूरी उम्र ऐसे चिराग की तलाश में रहता है। जो समाज में उजियारा कर सके। लेकिन इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से अध्यापक की तलाश कुछ आसान हो जाती है। उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसी प्रतियोगिताओं में बढ़चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
जहां पोस्टर मेंकिंग और रंगोली के माध्यम से विद्यार्थियों ने अपनी कलाकारी दिखाकर सभी को मोहित किया। वहीं भाषण प्रतियोगिता में समाज के ज्वलंत मुद्दो को अपने वक्तवय के माध्यम से पेशकर सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। छात्रा कशिश ने अपने भाषण के माध्यम से आजकल के गुरूओं और बाबाओं पर कटाक्ष करते हुए दिशाहीन युवा पीढ़ी को सचेत किया। ताकि समाज को एक गलत दिशा की ओर जाने से बचाया जा कसे। वहीं बीए फाइनल के नवजोत ने आज के किसान की हालात को उजागर करती हुई कविता पेश की। निर्णायक मंडल की भूमिका डॉ. संजय जैन, डॉ. राज्यश्री और डॉ. सीमा शर्मा ने निभाई। मंच संचालन रूचिका खुराना ने किया। इस मौके पर युवा एंव सांस्कृतिक विभाग की अध्यक्षा प्रो. पूनम वर्मा, डॉ. भीम सिंह, डॉ. संजय शर्मा, डॉ. मिनाक्षी कुडू, प्रो. सुलोचना नैन, प्रो. पदमा बत्रा, प्रो. रमा गर्ग, प्रो अतिका शर्मा, प्रो. बलराम शर्मा, प्रो. अमोल सहित विद्यार्थी मौजूद रहे।