करनाल। गायों की हत्या रोकने और गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिलवाने सहित कई मुद्दों पर श्री कृष्ण गौशाला में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के सानिध्य में हुई संगोष्ठी में कई संतों व गौ रक्षा से जुड़े संगठनों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। गाय को माता पद पर सुशोभित करना, विदेशी नस्ल जर्सी पर पूर्णतया रोक, गोचर भूमि गौ माताओं के लिए खाली करवाना तथा भारतीय गोवंश का संवर्धन व संरक्षण पर खुलकर चर्चा हुई।
सभी ने एक स्वर में कहा कि गायों की हत्या रोकने के लिए सख्त कानून बनाए जाने और इसे लागू करने की आवश्यकता है। संगोष्ठी में गाय को जानवर मानने वालों को जानवर कहा गया। इस मौके पर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि गायों की हत्या रूकनी चाहिए। गाय को राष्ट्र माता का दर्जा मिलना चाहिए, इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि जब तक गायों की हत्या होती रहेगी आतंक बढ़ता रहेगा। जब गायों की हत्या रूक गई आतंक भी समाप्त हो समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार से आग्रह किया गया है कि गोचर भूमियों को कब्जा मुक्त करवाया जाए। जिन गौशालों के पास अच्छे संसाधन है उनको यह भूमि दी जाए ताकि गायों की सेवा और सुरक्षा की जा सके। संगोष्ठी मेें मौजूद संतों ने गाय के वैज्ञानिक, आर्थिक, धार्मिक व औषधीय महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर आचार्य योगेंद्र, हरिओम तायल, श्रवण गर्ग, गौ रक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश कुमार, आजाद सिंह, गोपाल स्वामी, श्री कृष्ण गौशाला के प्रधान रमेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष अशोक कुमार गोयल, महासचिव राम कुमार गुप्ता, संरक्षक पदम सेन गुप्ता, घनश्याम गोयल, सुनील गुप्ता, कृष्णलाल सिंगला, स्वतंत्र कौशिक व पंडित दुलीचंद आदि मौजूद रहे।