इंद्री करनाल: संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी महाराज की पावन प्रेरणा पर चलते हुए आज 45 मेंबर रोशन लाल इंसान ने अपने पिता सचखंड वासी जय सिंह इंसा 93 वर्षीय का शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर दिया। रोशन लाल इंसा डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी है और उन्ही की पावन प्रेरणा से 134 मानवता भलाई के कार्यो पर चलते अपने पिता जी की अंतिम इच्छा पूरी की।
रोशन लाल इंसां ने बताया कि उनके पिता जय सिंह इंसा भी डेरा सच्चा सौदा से काफी लंबे समय से जुड़े हुए थे उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनका शरीर मरने के बाद भी किसी के काम आए उनकी यह इच्छा पूरी करते हुए आज उनके परिवार की सहमति से उनका शरीर डेरा सच्चा सौदा को मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर दिया। इस अवसर पर जिला करनाल से हजारों की संख्या में डेरा श्रद्धालुओं ने पहुंचकर जय सिंह इंसा को श्रद्धांजलि दी और उनकी शव यात्रा में शामिल हुए ।
देर प्रेमिया के शरीरदान महादान ,शरीरदानी जय सिंह इंसां अमर रहे, डेरे सच्चे सौदे की सोच पे,सतगुरू तेरी सोच पे पहरा देंगे ठोक के,के नारों से आसमान गुंजयमान हो गया। सैकड़ों गाड़ियों के काफिला के साथ उनको अंतिम विदाई दी गई उनके पैतृक गांव तो संघ से चल कर इंद्री शहर तक गाड़ियों का काफिला उनको छोड़ने आया और उनको अंतिम बिदाई दी।
संत गुरमीत राम रहीम सिंह से मिली प्रेरणा से बेटियों ने दिया अर्थी को कन्धा-
शरीर दानी जयसिंह इंसां की अर्थी को उनकी बेटी उर्मिला,बिमला, रोशनी,बिरजबाला व पौत्री मोनिका,शिवानी,व आस्था ने कंधा देकर इस मिथक को तोड़ दिया कि यह काम सिर्फ बेटे ही कर सकते है बेटियां नही। उन्होंने बताया कि पूज्य संत गुरमीत राम रहीम की पावन प्रेरणा से ही आज बेटियों को समाज मे बेटो के बराबर का दर्जा मिला है। बेटियां वो सब कार्य कर सकती है जो बेटे करते है। गुरु जी ने ही हमे समानता का अधिकार दिया है।
डेरा सच्चा सौदा ने तैयार किये लाखो दधीचि-अन्नू इंसां।
45 मेंबर अन्नू इंसां ने बताया कि हमारे गुरु संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसान है जो 134 मानवता भलाई के कार्य चलाए 79 कार्य गिनीज बुक में वर्ल्ड रिकॉर्ड है जिसमे जीते जी खूनदान करते हैं गुरददान मरने के बाद आंखे दान करते हैं मरने के बाद शरीर दान करते हैं तो इसी तरह गुरु जी ने जो 134 मानवता भलाई के कार्य चलाए हैं उसमें अपने प्रेमी जय सिंह इंसा जी जो हमारे रोशन लाल 45 मेंबर इंद्री के तुसंग गांव से उनके पिताजी आज सचखंडवासि मालिक के चरणो में जा विराजे । उनका शरीर दान डेरा सच्चा सौदा को दान किया गया।
जो कार्य इतिहास में एक ऋषि हुए है उनका नाम था ददीची उन्होंने मानवता की रक्षा के लिए समाज हित में अपना शरीर दान किया था और आज हमारे गुरु जी की प्रेरणा से लाखों अनुयाई अपने शरीर दान कर रहे हैं गुरु जी ने इसके अलावा गुजरात में भूकंप आया उड़ीसा में बाढ़ आई जम्मू कश्मीर में बाढ़ भूकंप आया देश में देश की सेना के साथ खड़े रहे यह सभी कार्य हमारे गुरु जी की प्रेरणा से बढ़-चढ़कर सहयोग करते हैं समाज के लिए जो मानवता भलाई के कार्य करते हैं हमारा उद्देश्य समाज के अंदर जागृति पैदा करना है गुरु जी की प्रेरणा से मानवता भलाई कार्यों में बढ़-चढ़कर सहयोग करते हैं समाज के लिए जो मानवता भलाई के कार्य होते हैं उनको बढ़-चढ़कर करते हैं ताकि समाज में जागृति आए समाज जागरूक हो और समाज में मानवता भलाई के कार्य और ज्यादा से ज्यादा चलाये जाए इसलिए यह सारे मानवता भलाई के कार्य डेरा सच्चा सौदा की तरफ से किए जा रहे हैं