आज पर्यावरण संरक्षण समिति पंजीकृत करनाल द्वारा वृंदा कंसलटैन्सी कम्पनी, वृदां टॉवर ओल्ड जी.टी. रोड़, नजदीक डिवेंचर होटल करनाल में एक मीटिंग रखी गई। मीटिंग में समिति अध्यक्ष एस.डी. अरोड़ा द्वारा पर्यावरण समिति के मुख्य उद्देश्य बताए गए। उन्होंने बताया कि यह समिति वर्ष 2010 से पर्यावरण संरक्षण का कार्य कर रही है। पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ, सफाई व्यवस्था, जल संरक्षण, बिजली बचत व ऊर्जा संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं तथा हवन करवा करके वायुमण्डल की शुद्धिकरण के कार्य कर रही है।
उन्होंने वृंदा कम्पनी के स्टॉफ को पर्यावरण संरक्षण समिति के उद्देश्यों को विस्तार से बताया। वायुमण्डल में प्रदूषण का ए.क्यूआई. स्तर बहुत बढ़ गया है अब समय की मांग है कि ग्लोबल वार्मिंग के लिये सरकार के साथ-साथ जनमानस को भी आगे आना चाहिये और जनमानस में युवा पीढ़ी को विशेष तौर पर इसमें भाग लेना चाहिये। युवा पीढ़ी पर्यावरण संरक्षण के लिए एवं अन्य उद्देश्यों को कार्यन्वित करने के लिये, पर्यावरण संरक्षण समिति के साथ जुडक़र इन कार्यों को बखूबी से पूर्ण कर सकती हैं। कुमारी शशि आर्या ने उसके द्वारा अभी-अभी की गई श्रीलंका रामायण यात्रा के अनुभव बताए और वहाँ के वातावरण और साफ-सफाई के बारे में विस्तृत जानकारी दी, जो कि बहुत सराहनीय है।
डॉ. डी.एन. गांधी ने कम्पनी के स्टॉफ एवं यंग बच्चों को बताया कि पेड़ ही वायुमण्डल से कार्बनडायऑक्साईड गैसों को सोख लेते हैं और ऑक्सीजन का सृजन करते हैं। यह प्रदूषण को खत्म करने और पर्यावरण को संरक्षित करने का सबसे सरल और अच्छा उपाय है। इसलिये ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिये। दूध का पनीर बनाने के पश्चात जो शेष पानी बचता है उसको भी वेस्ट में नहीं डालना चाहिये बल्कि उसको मीठा डालकर या नमक डालकर स्वादिष्ट पेय बनाकर प्रयोग में लाना चाहिए क्योंकि उसके अंदर प्रोटीन की मात्रा काफी होती है।
महासचिव के.एल. नारंग ने बताया कि पेड़ों को काटना नहीं चाहिये बल्कि उनकी सुरक्षा करनी चाहिये। क्योंकि यह स्वास्थ्य ठीक रखने के लिये जरूरी होते हैं। इस बारे में उन्होंने अपना व्यक्तिगत अनुभव बता कर अपने स्वस्थ रहने का यही कारण बताया है। पर्यावरण संरक्षण समिति के उद्देश्य व कार्यशैली को सुनकर कम्पनी के डायरेक्टर प्रशांत चौधरी एवं उनके स्टॉफ ने पर्यावरण संरक्षण करने के लिये सहयोग देने एवं पर्यावरण समिति से जुडऩे की इच्छा व्यक्त की। इस पर समिति अध्यक्ष द्वारा मीटिंग में ही उसी समय पर्यावरण संरक्षण के लिये एक यंग बिग्रेड बनाने की घोषणा की और उसी समय बल्कि पर्यावरण संरक्षण समिति के अंतर्गत एक पर्यावरण सरंक्षण यंग बिग्रेड का गठन कर लिया और उन्हें अभी से पर्यावरण संरक्षण के लिये कार्य करना शुरू करने की हिदायतें कर दी।
इस अवसर पर समिति अध्यक्ष एस.डी. अरोड़ा, वरिष्ठ उपप्रधान आर.आर. अत्री, महासचिव के.एल. नारंग, कुमाराी शशि आर्या, डॉ. डी.एन. गांधी, डॉ. पुष्पा सिन्हा, ईश्वर छाबड़ा, एन.आर. मित्तल, विनोद कुमार गुप्ता, सतिन्द्र शर्मा, अर्जुन देव वर्मा, एस.के. चावला, अनिल अरोड़ा, प्रशांत चौधरी, सिमरजीत मिड्ढा तान्या अरोड़ा, साक्षी मक्कड़, दिव्या शर्मा, विशाल नागपाल, नेहा अरोड़ा, राहुल शर्मा, दिव्या अरोड़ा, भारती सेठी तथा अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे।