हरियाणा सरकार की वायदा खिलाफी के विरोध में आज हुड्डा के सेक्टर-12, करनाल में हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने ‘आक्रोश रैली’ का आयोजन कर सरकार को जबरदस्त चेतावनी दी। रैली की अध्यक्षता महासंघ के राज्य प्रधान कंवर सिंह यादव ने की व मंच संचालन महासचिव विरेन्द्र सिंह धनखड़ ने किया। आक्रोश रैली में हजारों की संख्या में उमड़ी कर्मचारियों के सैलाब को सम्बोधित करते हुए कंवर सिंह यादव न सरकार की वायदा खिलाफी पर सरकार की जमकर कोसा व आरोप लगाया कि सरकार के साथ दो बार बैठकर सभी मांगों पर विस्तार से चर्चा होने के बाद जिन मांगों पर सहमति बनी थी उनपर कोई कारवाई न होना इस बात का संकेत है कि सरकार कर्मचारियों की मांगों के प्रति गम्भीर नहीं है केवल समय गुजारना चाहती है जिसे हरियाणा कर्मचारी महासंघ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
राज्य महासचिव विरेन्द्र धनखड़ ने मंच से मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि कर्मचारियों की मुख्य मांगों में समान काम समान वेतन, सभी कच्चे, ठेके पर लगे, तदर्थ आधार पर या गैस्ट अध्यापकों के तौर पर लगे कर्मचारियों को पक्का करना, रिक्त पड़े पदों पर तुरन्त नियमित भर्ती करना, कैशलेश मैडिकल सुविधा देना, रोडवेज, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, मनरेगा, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्करज में निजीकरण प्रथा को बन्द करना, रोडवेज में 10000 नई बसों को बेड़े को शामिल करना, बिजली बोर्ड की थर्मल युनिटों को नीजि हाथों में देने पर रोक लगाने की जोरदार वकालत की। रैली के दौरान विभिन्न संगठनों ने हरियाणा कर्मचारी महासंघ की नीतियों में आस्था जताते हुए महासंघ से सम्बद्धता की घोषणा की। जिसमें मुख्य रूप से मनरेगा कर्मचारी ऐसोसिएशन शामिल है।
आज की आक्रोश रैली को महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व परिसंघ नेता विश्वनाथ शर्मा, मुख्य संगठन सचिव कुल भूषण शर्मा, वित्त सचिव दिलबाग अहलावत, मुख्य प्रवक्कता महावीर पहलवाल सहित महासंघ से सम्बन्धित सभी संगठनों के राज्य प्रधान व महासचिव सहित अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित किया। रैली के अन्त में प्रदेशाध्यक्ष ने कर्मचारी आन्दोलन को और तीव्र करते हुए 7 नवम्बर को सभी जिला मुख्यालयों पर गिरफ्तारियां देकर जेल भरने की घोषणा की गई।