राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र आर्य दादूपुर को सीआइए करनाल की टीम ने घर से उठाया । रात सवा बारह बजे किसान नेता राजेन्द्र आर्य दादूपुर के बसंत विहार सहित आवास पर पुलिस पहुँची और किसान नेता को सदर थाना ले गई। यहाँ उनको हिरासत में रखा गया और अगले दिन शाम को सवा पाँच बजे एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक ने सचिवालय स्थित एसडीएम कोर्ट में किसान नेता को जमानत दी।
रिहाई के बाद राजेन्द्र आर्य ने कहा कि अगर सरकार ने पाँच सालों में किसान, मजदूर, गरीब, मजलूल, गाँव, देहात के लिये कुछ किया होता तो इस तरह सीएम की करनाल यात्रा के दौरान किसान नेता को हिरासत में लेने की जरूरत नहीं पड़ती। किसान नेता राजेन्द्र आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों से डरे हुए हैं और बौखालहट में हैं। राजेन्द्र आर्य ने कहा मुख्यमंत्री जी, आप अपनी यात्रा निकलाइए, हम किसान आंदोलन करेंगे, आपकी यात्रा में कोई अवरोध नहीं होगा।
लेकिन एक बात ध्यान में रखना, अगर किसान को न्याय नहीं मिला, तो आपको आशीर्वाद भी नहीं मिलेगा। सदर थाना करनाल में किसान नेता से मिलने वालों का तांता लगा रहा, जिनमें मुख्य तौर से करनाल, कुरूक्षेत्र व कैथल के नेशनल हाईवे 152 डी मुआवजा प्रभावित किसान शामिल रहे। राजेन्द्र आर्य ने कहा कि अब वे गाँव-गाँव जाकर किसानों को संगठित करेंगे।
राजेन्द्र आर्य ने कहा कि सरकार द्वारा उन्हें कोई सकारात्मक जवाब न मिलने के कारण प्रदेशव्यापी आंदोलन को तेज करना पड़ेगा। राजेन्द्र आर्य ने बताया कि किसान आंदोलन की सभी मांगे तर्कसंगत हैं व कानूनी प्रावधान मांगो के पक्ष में है। लेकिन हरियाणा सरकार ने गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाया हुआ है।
दूसरी तरफ हिरासत में होने के बावजूद भी किसान नेता राजेन्द्र आर्य ने अपने संगठन के कार्यकर्ताओं को व जिला करनाल के नेशनल हाईवे 152 डी मुआवजा प्रभावित किसानों को शहीद ऊधम सिंह चौंक इन्द्री पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के लिए भेजा। मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने वालों में मास्टर मनी राम, सतपाल सिंह, शुगनचंद, सूरता सिंह, दलेल सिंह व चंदा सिंह शामिल रहे।