जब पूरी दुनिया गुरु नानक देव जी के 550बे प्रकाश पर्व पर धार्मिक आयोजन कर रही है व अलग अलग संस्थाओं द्वारा नगर कीर्तन, कीर्तन दरबार आदि आयोजनो से गुरु नानक देव जी के गुरमत सिद्धांतों का प्रचार किया जा रहा है, वहीं गुरु जी के सामाजिक सुधार के पहलू को लेकर 20 jजुलाई को गुरुद्वारा मँजो साहेब करनाल से शुरू की गयी गुरु नानक सद्भावना यात्रा पाकिस्तान से होकर, जम्मू, कश्मीर, लेह लद्दाख़, व हिमाचल प्रदेश के गुरुधामों के दर्शन कर आज करनाल वापिस पहुँची जहाँ डेरा कार सेवा में सभी का फूल मालाओं से स्वागत किया गया।
भारत, पाकिस्तान, साउदी अरब, इराक़, अफ़ग़ानिस्तान, नेपाल, बांग्ला देश व श्रीलंका से होकर 40000 मील के रास्ते में 100 शहरों में 55000 पेड़ लगाने का संकल्प लेकर निफ़ा द्वारा शिरोमणि गतका फ़ेडरेशन आफ इंडिया के साथ मिलकर शुरू की गयी यात्रा को चार चरणो में बाँटा गया है व पहले चरण का आज डेरा कार सेवा करनाल में समापन हुआ। बाबा सुखा सिंह ने इस यात्रा को ऐतहासिक बताते हुए इसके पहले चरन की कामयाबी के लिए वाहेगुरु का धन्यवाद किया।
सुखद रहा पाकिस्तान का सफ़र: आज एक प्रेस वार्ता में यात्रा के दौरान पाकिस्तान के अपने अनुभव बाँटते हुए निफ़ा अध्यक्ष व यात्रा के संयोजक प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया की डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा सूक्खा सिंह के नेतृत्व में 9 साथी पाकिस्तान गये व 21 से 25 जुलाई तक पाँच दिनो में सबसे पहले गुरु नानक देव जी के जनम स्थान ननकाना साहेब पहुँची व रात्रि विश्राम के बाद ओर गुरु जी के पावन जनम स्थान की मिट्टी व पानी लेकर ओर अन्य गुरुद्वारों जिनमे मुख्यतः गुरुद्वारा डेरा साहेब, पंजा साहेब, सच्चा सौदा, रोड़ी साहेब, करतारपुर साहेब आदि शामिल हैं के दर्शन कर 25 जुलाई को वापिस अमृतसर पहुँची।
पाँच दिनो में दल के सदस्यों ने बहुत से पाकिस्तानी नागरिकों से बात चीत की ओर महसूस किया कि आम पाकिस्तानी नागरिक भारत से अच्छे सम्बंध चाहता है व दशतगर्दी ओर जंग को दोनो मुल्कों के विकास में सबसे बड़ी बाधा मानता है। कुछ एक ने यहाँ तक कह दिया की हाफ़िज़ सईद की पार्टी को हर सीट पर बुरी तरह हराकर आम पाकिस्तानी जनता ने अपना इरादा साफ़ कर दिया है की वे दहशतगर्दों के साथ नहीं। हैं। लेकिन बातचीत व अनुभव से ये नज़र आया की पाकिस्तान में आई एस आई व फ़ौज का हर लोकतांत्रिक संस्था पर क़ब्ज़ा है व उनकी विचारधारा से अलग जाने का हौंसला आम व ख़ास किसी नागरिक में नहीं है। भारत से आने वाले हर नागरिक पर उनकी कड़ी नज़र रहती है फिर चाहे वह धार्मिक यात्रा पर हो या घूमने या व्यवसाय की दृष्टि से आने वाला व्यक्ति हो।
हर गुरुद्वारे में दर्शन से पूर्व विदेशी श्रद्धालुओं की एंट्री होती है व गुरुद्वारों के बाहर पुलिस का सख़्त पहरा रहता है। सभी गुरुद्वारों का प्रबंध पाकिस्तान के अकाफ बोर्ड के हाथ में है, ग्रंथी, रागी आदि को छोड़ कर बाक़ी पदों पर ज़्यादातर मुस्लिम कर्मचारी लगाए हुए हैं। पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पास सीमित अधिकार हैं व प्रबंध में मुख्य भूमिका अकाफ बोर्ड की ही रहती है। सुखद बात ये है कि अकाफ बोर्ड द्वारा रखे गये कर्मचारी नौकरी के साथ साथ श्र्धा भाव से काम करते हैं।
सभी गुरुद्वारों के दर्शन नहीं कर सकते सिख। पाकिस्तान आने वाले सिखों को कुछ चुनिंदा गुरुद्वारों में ही जाने की इजाज़त है। सैंकड़ों गुरुद्वारों की हालत बेहद ख़राब है व वहाँ नाजायज़ क़ब्ज़े किए हुए हैं, इसलिए वहाँ जाने की इजाज़त नहीं मिलती। तरनतारण साहेब के बाबा जगतार सिंह को पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व अकाफ बोर्ड ने गुरुद्वारों की सेवा संभाल की ज़िम्मेदारी देने के बाद बहुत से गुरुद्वारों में बहुत सुधार हुआ है। वहाँ के स्थानीय लोग मानते हैं की करतारपुर कोरिडोर के शुरू होने के बाद ये उम्मीद बनी है की किसी दिन दोनो मुल्क अच्छे दोस्त बनेंगे व पूरी सरहद खोले कर सभी को एक दूसरे से मिलने व व्यापार करने की छूट प्राप्त होगी।
गुरु कृपा से सम्पन्न हुआ यह टूर: शिरोमणि गतका फ़ेडरेशन आफ इंडिया के प्रधान गुरतेज़ सिंह खालसा ने कहा कि इस यात्रा में अनेक ऐसे चमत्कार हुए जिनसे सभी का यह विश्वास पक्का हो गया की गुरु नानक देव जी अपने आशीर्वाद से स्वयं इस यात्रा को पूरा करवा रहे थे। श्रीनगर से लेह लद्दाख़ व मनाली के रास्ते में वक गाड़ी का रेडीएटर लीक हो गया व पंखा बंद हो गया, ऐसी स्थिति में मैदान में भी 10 किलोमीटर न चल पाने वाली गाड़ी ने पहाड़ों में लगभग 400 किलोमीटर का सफ़र उसी हालत में तय किया। रास्ते के पहाड़ी नालों जहाँ बड़ें बड़े ट्रक फँसे हुए थे, से भी उनकी गाड़ियाँ गुरु कृपा से पार हो गयी।
करनाल में लगाएँगे 5500 पौधे व हर पौधे में डालेंगे गुरु नानक देव जी की जनम भूमि की मिटी व पानी। आज प्रेस वार्ता के दौरान बाबा सुखा सिंह, प्रीतपाल सिंह पन्नु, गुरतेज़ सिंह खालसा, अजीत सिंह चावला, एस एम कुमार, एडवोकेट नरेश बराना, प्रवेश गाबा ने निफ़ा की गो ग्रीन टीम को ननकाना साहेब की मिट्टी व पंजा साहेब का पवित्र जल भेंट किया जिसे गो ग्रीन टीम हर पौधे में इस्तेमाल करेगी। यह ज़िम्मेदारी गो ग्रीन करनाल प्रोजेक्ट के निदेशक राजीव मल्होत्रा, हरदीप वालिया व गुरु दास ने साथियों सहित पूरी करने का बीड़ा उठाया। निफ़ा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना में बताया की ऐसे ही 55000 पौधे देश के 100 शहरों में लगाए जाएँगे व हर पॉज़ में गुरु जी की जनम भूमि की मिट्टी व पानी से सींचा जाएगा।
आज की प्रेस वार्ता में अर्जुन सिंहजसविंदर सिंह बेदी, भूपिंदर सिंह, रतन सिंह, इंद्रपाल सिंह, एस एम कुमार, जतिंदर नरवाल, हरमिंदर सिंह, वाजिद मुग़ल, रणजीत सिंह सहित अनेक साथI उपस्थित रहे।