उपायुक्त डा० आदित्य दहिया बुधवार को पुरानी सेशन कोर्ट परिसर स्थान पर बन रहे डा. मंगलसैन ओडिटोरियम के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे। निर्माणाधीन स्थल पर कार्यकारी अभियन्ता पंचायती राज अपनी पूरी टीम के साथ उपस्थित थे। डीसी डा० दहिया ने बारीकी से निर्माणाधीन स्थल का दौरा किया और ड्राईंग मैप को भी देखा। उन्होंने कार्यकारी अभियन्ता को निर्देश दिए कि ओडिटोरियम के निर्माण कार्य में तेजी लाएं ताकि जल्द से जल्द करनाल प्रशासन के साथ-साथ जिला के सभी धार्मिक सामाजिक संगठनों को किसी भी कार्यक्रम के आयोजन को लेकर एक अच्छी व्यवस्था मिल सकें। उपायुक्त ने परिसर में चल रहे सीआईए और विजिलेंस कार्यालय को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने के लिए एसपी जशनदीप सिंह रंधावा और अन्य सम्बन्धित अधिकारियों कसे विचार-विमर्श भी किया और उन स्थानों का निरीक्षण भी किया जहां पर उक्त कार्यालय शिफ्ट किये जाने हैं।
मौके पर ही डीसी ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं से युक्त यह ओडिटोरियम 3.28 एकड में बनेगा, जिसमें लगभग एक हजार लोगों के बैठने की क्षमता होगी । ओडिटोरियम के निर्माण कार्य पर लगभग 763 लाख रुपये की धन राशि खर्च होगी। ओडिटोरियम में अत्याधुनिक लाईटस, साऊंड और प्रोजेक्टर की व्यवस्था की जाएगी तथा यह पूरी तरह से वातानुकूलित होगा। इसमें 30 गुणा 50 फुट का मंच बनाया जाएगा और दो सामान्य शौचालयों व दो लिफ्टों की भी व्यवस्था करने का भी प्रावधान है। ओडिटोरियम परिसर में लगभग 200 वाहनों की पार्किंग भी हो सकेगी। इसके अतिरिक्त ओडिटोरियम में शौचालयों की व्यवस्था सहित 6 वीआईपी सुट्स, दो ग्रीन रूम, एक वीआईपी प्रतिक्षा कक्ष, एक वीआईपी लॉज, 200 लोगोंं की क्षमता वाला कॉन्फ्रै स हाल तथा बेहतर सुविधाओं के साथ कैंटीन की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि ओडिटोरियम परिसर को आर्कषक और सुंदर बनाने के लिए वन विभाग द्वारा पौधे भी लगाएं जाएगें। ओडिटोरियम की व्यवस्था से जिला प्रशासन को कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर किसी अन्य स्थान को किराये पर नहीं लेना पड़ेगा जिससे जिला प्रशासन के कार्यक्रम खर्च में भी कमी आएगी तथा शहर की सुंदरता को भी चार चांद लगेगें। इस मौके पर पंचायती राज के कार्यकारी अभियन्ता रामफल ने बताया कि इस निर्माण कार्य को गत मई माह में शुरू किया गया था और इसे दिसम्बर 2018 तक पूरा किया जाना है, ओडिटोरियम का निर्माण कार्य समय से पहले पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे। बारीश के मौसम के बाद इसके निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। इस मौके पर सम्बन्धित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।