नगर निगम आयुक्त राजीव मेहता ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में अग्रणी स्थान हासिल करने के लिए निगम की तैयारियां जोरों पर है। इसके लिए नगर निगम क्षेत्र में स्वच्छता को लेकर विभिन्न प्रकार की गतिविधियां चल रही है। इस स्वच्छता सर्वेक्षण में सभी प्रकार के मापदंडों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है तथा गंदगी फैलाने वालों को जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें दंडित करने के लिए भी नगर निगम तैयार है।
उन्होंने बताया कि इस स्वच्छता सर्वेक्षण में डी-सल्जिंग की ओर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डी-सल्जिंग ऑपरेटर्स को हिदायत दी गई है कि वे अपने सेप्टिक टैंक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में खाली करे। इसके अतिरिक्त नगर निगम आयुक्त ने आमजन से भी अपील की है कि वे अपने सेप्टिक टंैक को खाली करवाने के लिए डी-सल्जिंग ऑपरेटर से संपर्क करें और अपने घरों के टॉयलेट के पाईप को बाहर सडक़ व नाली में ना डाले और अपना सेप्टिक टैंक डी-सल्जिंग ऑपरेटर के माध्यम से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ही खाली करवाना सुनिश्चित करें,ऐसा ना करने से गंभीर बीमारियों के फैलने का अंदेशा बना रहता है।
उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए हर क्षेत्र में नगर निगम की टीमों द्वारा निगरानी की जा रही है। पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में भी इस बात की ओर विशेष ध्यान दिया गया था। इस प्रकार की गंदगी फैलाने पर संबंधित के खिलाफ नगर निगम के द्वारा कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।