करनाल शहीद ए आज़म भगत सिंह के जन्मदिन को युवा चेतना का दिन मानते हुए सामाजिक संस्था नैशनल इंटेग्रेटेड फ़ोरम आफ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस ने शहीद भगत सिंह जागृति यात्रा का आयोजन किया। सैंकड़ों की तादाद में युवा सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। शहीद भगत सिंह के अन्दाज़ में बसंती पगडिय़ां बांधे निफ़ा के इन उत्साही युवाओं को मानव सेवा संघ से स्वामी प्रेम मूर्ति व निफ़ा संरक्षक डॉक्टर लाजपत राय चौधरी ने झंडी दिखाकर रवाना किया।
इंक़लाब जिंदाबाद, शहीद भगत सिंह अमर रहें, भारत माता की जय व वन्दे मातरम् के नारे बुलंद करते निफ़ा के युवा कार्यकर्ता मानव सेवा संघ से रेल्वे रोड, बाल्मीकी चौक, कर्ण गेट मार्केट, कुंजपुरा रोड, सिवल हस्पताल व निर्मल कुटिया से होते हुए घरौडा पहुंचे,जहां विशावकर्मा चौक पर उनका भव्य स्वागत किया गया ओर निफ़ा घरौंडा टीम के साथी भी बाइक रैल्ली में शामिल हो गए।
मधुबन से बाइक रैली का हिस्सा बनी दो बार माउंट एवरिस्ट फ़तह कर देश का नाम रोशन करने वाली पर्वतारोही अनिता कुंडू ने इसे निफ़ा का सार्थक प्रयास बताते हुए शहीद भगत सिंह की महान क़ुर्बानियों को याद किया। निफ़ा की बाइक रैली में सिंह मोटरसायक्लस्ट दुबई के उत्तर भारतीय चेपटर के साथी भी शामिल हुए।
शहीद ए आज़म को आज़ादी के इतिहास में सबसे बढ़े वैचारिक व्यक्तित्व का मालिक बताते हुए निफ़ा अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने कहा कि मात्र 23 वर्ष की आयु में देश की आज़ादी के लिए हँसते हँसते फाँसी के फंदे को चूमने वाले भगत सिंह के विचारों ने उस समय युवाओं में नए प्राण फूँकने का काम किया था।
देश के वर्तमान हालात में भगत सिंह के छुआ छूट, जाती पाती, युवाओं की राष्ट्र निर्माण के लिए राजनीति में भाग लेना, संप्रदायिकता जैसे गम्भीर मुद्दों पर लेख एक सही दिशा दिखाने का कार्य किया। अनिता कुंडू ने कहा की देश की नौजवान पीडी व बच्चों को अपना रोल मॉडल शहीद भगत सिंह जैसे देशभगतो को बनाना चाहिए न की फि़ल्मी सितारों को।
रैली में निफ़ा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना, सह सचिव जस्विंदर सिंह बेदी, मनजीत सिंह, संगठन सचिव भूपेन्द्र सिंह, ज़िला प्रधान जितेंद्र नरवाल, सचिव विवेक तोमर, युवा विंग प्रधान हितेश गुप्ता, विद्यार्थी विंग के प्रधान देवेश सागर, सचिव मोहित, घरौंडा के प्रधान पंकज शर्मा, सचिव इशुजैन, अरविंद संधु, विश्वास वालिया, कुलदीप व गुरजंट सिंह सहित भारी संख्या में युवा शामिल हुए !