यातायात के नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों को नसीहत देने के लिए यमराज सड़क पर उतर गए हैं। शनिवार को परशुराम चौक पर जब यमराज ने बिना हेलमेंट लगाए एक बाइक चालक को रोका और कहा यम है हम, इतना सुनते ही चालक ने हाथ जोड़ लिए ओर बोला यमराज जी ईब-ईब छोड़ दे आगे त हेलमेंट पहरके ही चालूंगा।
इसी तरह दोपहर तक यमराज आकर्षण का केंद्र बना रहा। यमराज शहर के कमेटी चौक, महाराणा प्रताप चौक व परशुराम चौक पर वाहन चालकों को यातायत के नियमों के प्रति जागरूक किया। कुछ वाहन चालकों ने यमराज की नसीहत मानी तो कुछ ने उलटा यमराज को ही कह दिया कि ओर कोई काम नहीं रहा के। इससे यह साबित हो गया है कि यातायात के नियम तोड़ने वाले वाहन चालक सुधरने वाले नहीं है।
यहि कारण है प्रशासन के प्रयास के बाद भी वाहन चालक यातायात के नियमों को तोड़ रहे हैं। बता दें आरटीए विभाग ने ट्रैफिक रूल के प्रति वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए पानीपत निवासी कलाकार सोहन को यमराज बनाकर सड़क पर उतारा है ताकि वाहन चालकों में जागरूकता बढ़े और सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम लिया जा सके। सप्ताह में दो दिन सड़क पर उतरेंगे यमराज सीएम सिटी की सड़कों पर सप्ताह में दो दिन यमराज का राज होगा।
शहर के चौक-चौराहे में जाकर यमराज उन चालकों को बताएंगे कि यातायात के नियमों का पालन न करने से किस तरह सड़क हादसे होते हैं। इन सड़क हादसों में हर साल कितने लोगों की जान जाती है। ऐसे में यमराज महीने में आठ दिन वाहन चालकों को ट्रैफिक रूल के प्रति जागरूकर करेंगे। यमराज को देख दौड़ा ली बाइक। परशुराम चौक पर यमराज को देख बिना हेलमेंट बाइक चालकों ने बाइक दौड़ा ली।
कुछ बाइक चालकों ने तो चौक से कुछ दूरी पर ही बाइक रोक ली और वापस चले गए। दूसरी ओर यमराज को सड़क पर देख यात्रियों में भी आकर्षण का केंद्र बना रहा। स्कूल से आते समय बच्चे यमराज को देखने के लिए सड़क पर ही खड़े हो गए। हर महीने 9 हजार से ज्यादा कटते हैं चालन, फिर भी नहीं मान रहे चालक। पुलिस विभाग द्वारा हर महीने 9 हजार से ज्यादा चालान काटे जोते हैं तो ट्रैफिक रूल तोड़ते हैं।
इससे अलग ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले चालकों पर पुलिस विभाग शहर में लगे 129 सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रख रहा है और चालान काटकर चालकों के घर भेज रहा है। लेकिन फिर भी वाहन चालक रूल तोड़ने से बाज नहीं आते। सबसे ज्यादा बाइक सवार यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं और सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या भी बाइक सवार की सबसे ज्यादा होती है क्योंकि बाइक सवार बिना हेलमेंट के बाइक चलाते हैं।