स्कूली बच्चों के लिए बाल भवन में इस वर्ष समर कैम्प कुछ खास रहेगा। इसमें सरकारी और निजी स्कूलों से करीब 100 बच्चे आएंगे और यह जून के प्रथम सप्ताह में शुरू होकर पखवाड़े भर का रहेगा। जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष एवं उपायुक्त आदित्य दहिया ने मंगलवार को बाल भवन जाकर जिला बाल कल्याण अधिकारी के साथ समर कैम्प को लेकर प्लानिंग की।
उन्होने बताया कि गर्मियों की छुटियों में बच्चे यहां आएंगे। उनके लिए आर्ट एंड क्राफ्ट और डांस की हॉबी कक्षाएं यहां शुरू हो गई हैं। इन कक्षाओं के टीचर बच्चो को थिऐटर भी करवाएंगे। प्लानिंग की गई है कि उन्हे चण्ड़ीगढ घुमाया जा सकता है, जहां बच्चे रोज़ गार्डन व सुखना झील जैसे स्थल देख सकेंगे। अर्थात कला एवं संस्कृति के साथ-साथ बच्चे अपने शहर से बाहर की चीजें भी देखेंगे। समर कैम्प में तीसरी-चौथी से लेकर नौंवी कक्षा तक के बच्चे आएंगे। समर कैम्प में भाग लेने के लिए बच्चों के अभिभावक बाल भवन में सम्पर्क कर जानकारी ले सकते हैं।
समर कैम्प की प्लानिंग के साथ उपायुक्त ने जिला बाल कल्याण अधिकारी शिवानी सूद के साथ भवन के मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने व इसमें सुविधाएं जुटाने पर भी चर्चा की। यह कहा जा सकता है कि जल्द ही बाल भवन का कायाकल्प होगा। इसके तहत भवन के परिसर में एक बड़ा बहुउद्देश्यी हाल बनाए जाने पर सहमति हुई।
इसके साथ-साथ पेयजल के लिए अधिक केपेस्टी की टंकियां रखी जाएंगी। पुस्तकालय में जरूरत अनुसार रैक रखेंगे। प्रवेश द्वार के साथ उपलब्ध स्पेस में अनुसार एक शौचालय भी बनाया जाएगा और उसके साथ ही पीने के पानी के लिए वाटर कूलर रखेंगे। बाल भवन में कुछ नए झूले भी आएंगे।
गौर हो कि कुछ दिन पहले भी उपायुक्त ने बाल भवन का दौरा कर हॉबी क्लासिज़ के लिए मौजूदा कक्ष और उनमें ए.सी. जैसी सुविधाएं देने की बात कही थी, जो पूरी हो गई हैं। उपायुक्त के अनुसार बच्चे आने वाले कल के निर्माता और देश की धरोहर हैं। इन्हे अच्छा वातावरण मिलना ही चाहिए।