मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमने करनाल में कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, करनाल को जोडऩे वाली सभी सडक़ों को चौड़ा करने, महापुरूषों के सम्मान में 7 गेट, करनाल की सुरक्षा के लिए सभी चौंकों पर सीसीटीवी कैमरे, शहर के लोगों की सुविधा के लिए सीटी बस सर्विस, करनाल को स्मार्ट सिटी में शामिल करना, करनाल के लोगों की वर्षो पुरानी मांग नया बस अड्डा बनाना, करनाल शहर के बरसाती पानी की निकासी को दुरूस्त करना, पूरे करनाल के सभी पार्को का करोड़ों रूपये की लागत से सौंदर्यकरण करना, करनाल शहर में अधिक से अधिक पार्को को विकसित करना, करनाल में जाम की स्थिति से निजात दिलाने के लिए पश्चिमी बाईपास बनवाना, कर्ण स्टेडियम को करोड़ों रूपये से विकसित करना,विभिन्न समाज की धर्मशालाओं में लाखों रूपये का अनुदान देना, मल्टी स्टोरी पार्किँग व्यवस्था बनाना, ट्रैफिक पार्क जैसी सुविधा करनाल को देना, करनाल के सभी वार्डो में सिवरेज व्यवस्था दुरूस्त करना तथा शहर के बीच की सडक़ों को सुदृढ़ीकरण करने के विकास कार्य को प्राथमिकता से करने की शुरूआत की है,जिसमें से 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है और आने वाले कुछ ही समय में सभी कार्य पूरे हो जाएगें।
मुख्यमंत्री ने वीरवार देर रात सीएसएसआरआई के सभागार में शहर की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ नागरिक संवाद कार्यक्रम में संवाद करते हुए कहा कि हमने जो किया आपके सामने है और भी आप जो सुझाव देंगे उन पर तुरंत गौर की जाएगी तथा करनाल को विकसित जिला बनाया जाएगा। सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का सम्मान किया जाता है। करनाल देश का ऐसा शहर है जहां सबसे ज्यादा सेवाभावी लोग रहते है। किसी भी अच्छे कार्य को वह सरकार पर नहीं छोड़ते बल्कि अपने सहयोग से उसे पूरा करते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का हार्दिक स्वागत करता हूं।
संवाद के दौरान मुख्यमंत्री से बार एसोसिएशन करनाल के प्रधान निर्मल सिंह ने वकीलों के चैम्बर के लिए एक एकड़ जमीन देने पर मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि सर्विस मैटर ट्रिब्यूनल को करनाल में स्थापित किया जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इसे स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब 72 प्रतिशत अधिकारी व कर्मचारी कार्यालयों में देरी से आते थे तथा बिना बताए चले जाते थे, लेकिन अब प्रदेश सरकार ने बायोमैट्रिक एटैंडेंस का प्रावधान कर दिया है अब सभी अधिकारी व कर्मचारी समय पर आते है।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल पर कहा कि चंडीगढ़ के सचिवालय में अध्यापकों की तबादले के लिए भीड़ लगी रहती थी और दलालों से तथा सिफारिश से अपना तबादला करवा लेते थे,लेकिन अब ऐसा नहीं है। अध्यापकों के लिए प्रदेश सरकार ने ऑन लाईन ट्रांसफर पोलिसी बनाई है,जिसमें अध्यापकों को अपनी जानकारी भरनी पड़ती है और नियमों के हिसाब से उन्हें स्टेशन मिलता है।
संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सत्ता के बल पर नौकरियां दी जाती थी,लेकिन अब मैरिट के आधार पर नौकरियां दी जाती है। उन्होंने कहा कि पुलिस के ,जेई तथा लिपिकों में सब्जीवाले, रिक्शा वाले तथा खेतों में काम करने वाले परिवारों के बच्चों को नौकरियां मिल रही है और कुछ युवा तो ऐसे होते है जिन्हें विश्वास ही नहीं होता की उन्हें नौकरी मिल गई है।
प्रदेश सरकार ने जरूरतमंद कागजातों के लिए जिला व उपमंडल स्तर पर ई-दिशा केन्द्र स्थापित किये है,अब आम आदमी को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते है। अब चाहे उसका डीएल ,आर सी,रिहायशी प्रमाण पत्र या अन्य कोई जरूरी कागजात हो,वह उसे घर बैठे ही मिल जाता है,बस इसके लिए उसे ई-दिशा केन्द्र में आकर फाईल लेनी पड़ती है तथा अपनी औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए करीब अढ़ाई साल पहले रक्षा बंधन के दिन प्रदेश के सभी जिलों में महिला पुलिस थाने स्थापित किये गए है,जहां पर सारा स्टाफ महिलाओं का है। महिला पुलिस थाना खोलने से महिलाओं को अपनी बात खुले दिल से रखने में आसानी हुई है तथा अपराधों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि महिला पुलिस की संख्या पहले 6 प्रतिशत थी,जो बढक़र अब 9 प्रतिशत हो गई है तथा अगले वर्ष यह 11 प्रतिशत हो जाएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री से विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने जिले से संबंधित प्रश्र किये तथा इन प्रश्रों का उत्तर मुख्यमंत्री ने विस्तार से दिया। इस मौके पर श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी, ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, भाजपा के प्रदेश मंत्री एडवोकेट वेदपाल,भाजपा जिलाध्यक्ष जगमोहन आंनद,जिला महामंत्री योगेन्द्र राणा,बाबा सुखा सिंह,मानव सेवा संघ के संचालक स्वामी प्रेममूर्ति,पूर्व मंत्री शशिपाल मेहता,समाज सेवी प्रीतपाल पन्नू,संदीप लाठर, गुरविन्द्र सिंह के अलावा जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त डा०आदित्य दहिया, एसपी जश्रदीप सिंह रंधावा सहित सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।