जिला के नीलोखेड़ी स्थित तहसील कार्यालय में ई-रजिस्टे्रशन सेवाओं का विस्तार करके इसे अब अंत्योदय सरल केन्द्र बनाया जा रहा है। उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने आज नीलोखेड़ी क्षेत्र में अपने दौरे के दौरान अंत्योदय सरल केन्द्र के लिए तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। उनके साथ अतिरिक्त उपायुक्त निशांत यादव, डी.आर.ओ. राजबीर धीमान, तहसीलदार दर्पण काम्बोज, पंचायती राज विभाग के कार्यकारी अभियंता रामफल तथा ए.डी.आई.ओ. परमिन्द्र सिंह भी थे।
उपायुक्त के अनुसार अंत्योदय सरल केन्द्र में जनता की सुविधा के लिए ई-रजिस्ट्रेशन, सर्टिफिकेट, नकल व इंतकाल जैसी भिन्न-भिन्न सेवाओं हेतू 7 विंडो दी जाएंगी, एक सर्वर रूम होगा। लोगों के बैठने के लिए वातानुकुलित कक्ष होगा, जिसमें एक समय में कम से कम 50 व्यक्ति बैठ सकेंगे। तहसीलदार ऑफिस का विस्तार भी किया जाएगा। उन्होने बताया कि विस्तारीकरण के कार्य पर करीब 30 लाख रूपये की राशि खर्च होगी। इसके अतिरिक्त तहसील कार्यालय में पटवारखाना भी बनाया जाएगा।
संधीर गांव में नवनिर्मित आंगनवाड़ी भवन को देखा- तहसील के निरीक्षण के पश्चात उपायुक्त ने संधीर गांव में बनाए गए आदर्श आंगनवाड़ी भवन को देखा। भवन की विशेष बात यह थी कि इसकी दीवारों पर खूबसुरत पेंट से नन्हे-मुन्नों के वातावरण के अनुकूल रूपसज्जा की गई हैं। इसके निर्माण पर करीब 10 लाख रूपये की लागत आई है, जो मनरेगा तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के बजट से खर्च हुई है तथा इसका निर्माण पंचायती राज विभाग की ओर से किया गया है। नई आंगनवाड़ी के लिए उपायुक्त ने गांव की महिला सरपंच रीना देवी, पंचायत सदस्यों और ग्रामीणों को बधाई दी। उन्होने ग्राम पंचायत से कहा कि वे इसकी स्वच्छता और रख-रखाव बनाए रखें।
आदर्श गांव की ओर अग्रसर यूनिसपुर में फाईव पौंड सिस्टम के कार्य का निरीक्षण किया- उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने यूनिसपुर गांव में जाकर वहां के फाईव पौंड सिस्टम का निरीक्षण किया, जिसका 50 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो गया है। पंचायती राज विभाग के कार्यकारी अभियंता रामफल ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि यह मई के अंत तक पूरा हो जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि इसके कम्पलिशन के लिए कार्य में तेजी लाएं।
बता दें कि यूनिसपुर में एक वर्षों पुराना विशाल जोहड़ था, जो जलखुम्बी और गंदे पानी से भरा रहता था, अब यहां बन रहे फाईव पौंड सिस्टम से गांव की तस्वीर ही बदल गई है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत सोलिड वेस्ट से कम्पोस्ट बनाने के लिए एक शैड भी बनाया गया है। मौजूदा सरपंच अमर सिंह के प्रयासों से गांव में करीब 1 करोड़ रूपया खर्च करके एक अन्य तालाब का जीर्णोद्धार, सामुदायिक केन्द्र, बस क्यू शैल्टर, अम्बेडक़र भवन, नाले का निर्माण, शमशान घाट का नवीनीकरण, गांव की गलियों में पेवरब्लॉक तथा गौरवपट्ट बनाए गए हैं, जिससे यह आदर्श गांव की ओर अग्रसर है। उपायुक्त ने सरपंच के कार्यों की सराहना की।
बरसालू गांव में भी फाईव पौंड सिस्टम का निरीक्षण किया- उपायुक्त ने यूनिसपुर से पहले बरसालू गांव में भी फाईव पौंड सिस्टम का निरीक्षण किया। इसका भी 50 प्रतिशत से ऊपर कार्य मुकम्मल हो गया है, जो आगामी मई के अंत तक पूरा होगा। फाईव पौंड परिसर में ही प्लान्टेशन और घास लगाकर एक पार्कनुमा स्थल भी विकसित किया जाएगा। बरसालू में भी नालियों और फाईव पौंड जैसे कार्यों पर करीब 50 लाख रूपये की अनुमानित लागत आएगी।
अंजनथली गांव के कन्या गुरूकुल शिक्षा केन्द्र में बनाए गए गल्जऱ् होस्टल का निरीक्षण किया- उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने अपने दौर के दौरान अंजनथली स्थित कन्या गुरूकुल शिक्षा समीति द्वारा संचालित सीनियर सेकेण्डऱी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व गुरू ब्रह्मानंद महाविद्यालय परिसर में नवनिर्मित गल्जऱ् होस्टल का निरीक्षण किया। वर्तमान में दोनो शिक्षण संस्थाओं में 700 से भी अधिक छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।
गौर हो कि पिछले दिनो प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अंजनथली गुरूकुल के दौरे के दौरान गल्जऱ् होस्टल के लिए मैंचिंग ग्रांट देने की घोषणा की थी। इसके तहत सरकार की ओर से 1 करोड़ रूपये की राशि दी जा चुकी है, जबकि 50 लाख रूपये की राशि जल्द ही स्वीकृत होने वाली है। कन्या गुरूकुल शिक्षा समीति के प्रधान रतिराम ने उपायुक्त को बताया कि डबल स्टोरी गल्जऱ् होस्टल में 100 छात्राओं के रहने की व्यवस्था की गई है। होस्टल का कार्य लगभग मुकम्मल हो गया है। अंजनथली के सरपंच राजपाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।